सामूहिक विवाह योजना के लिए आए 51 आवेदन

जिले में सामूहिक विवाह योजना के लिए विभाग के पास अभी तक 51 आवेदन आ चुके हैं। फिलहाल लक्ष्य अभी भी काफी दूर है। जिले में 25 नवंबर के बाद 125 सामूहिक विवाह करवाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए आवेदनों का इंतजार किया जा रहा है। विभाग 125 शादियों का लक्ष्य पूरा करने के लिए पूरी ताकत से जुटा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 08:27 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 08:27 PM (IST)
सामूहिक विवाह योजना के लिए आए 51 आवेदन
सामूहिक विवाह योजना के लिए आए 51 आवेदन

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जिले में सामूहिक विवाह योजना के लिए विभाग के पास अभी तक 51 आवेदन आ चुके हैं। फिलहाल लक्ष्य अब भी काफी दूर है। जिले में 25 नवंबर के बाद 125 सामूहिक विवाह करवाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए आवेदनों का इंतजार किया जा रहा है। विभाग 125 शादियों का लक्ष्य पूरा करने के लिए पूरी ताकत से जुटा हुआ है।

योजना के अंतर्गत 25 नवंबर के बाद 125 जोड़ों का विवाह कराने का लक्ष्य समाज कल्याण विभाग ने निर्धारित किया है। सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर जोड़ों की शादी करवाई जाती है। जिसमें उन जोड़ों को आर्थिक मदद भी दी जाती है। जिसके लिए अभी तक आय सीमा 56 हजार 446 रुपये सालाना होती है। यानी कि जिस किसी की भी सालाना आय इस सीमा तक है, वो इसका लाभ ले सकता है। जोड़े को 35 हजार रुपये का कुल खर्च दिया जाएगा। इसमें 20 हजार रुपये कैश मिलता है, 10 हजार रुपये का सामान दिया जाता है। वहीं 5 हजार रूपये कार्यक्रम में खाने-पीने के खर्च को मिलते हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी संजय व्यास ने बताया कि सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा विवाह कराने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके। लक्ष्य में आ रही समस्या

अधिकारियों का मानना है कि गाजियाबाद चूंकि शहरी क्षेत्र ज्यादा है और आयसीमा भी अन्य जिलों की अपेक्षा ज्यादा है, इसलिए यहां पर लक्ष्य प्राप्त करने में समस्या आ रही है। सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत विभाग को 2500 शादियों का लक्ष्य दिया गया है, जो कि साल 2017-18 का लक्ष्य है।

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