जेल में करवटें बदलता रहा बेटी का हत्यारोपित
गोली मार कर दी थी हत्या तीन युवकों पर जताया था शक साक्ष्यों और सवालों ने बाप को पहुंचाया सलाखों के पीछे।
जागरण संवाददाता फीरोजाबाद: बीते शुक्रवार की आधी रात को 17 वर्षीय बेटी की कमरे में गोली मारकर हत्या करने के आरोपित बाप की अस्थाई जेल में पहली रात बेचैनी से भरी रही। वो करवटें बदलता रहा।
थाना रसूलपुर क्षेत्र के मुहल्ला प्रेमनगर निवासी बैटरी स्क्रैप कारोबारी अजय खटीक ने शुक्रवार रात बेटी ईशु चक की तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसने पुलिस को गुमराह करते हुए मनीष चौधरी, सोपाली यादव, गौरव चक व अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस विवेचना में अजय ही बेटी का हत्यारा निकला था। सोमवार दोपहर पुलिस ने हत्यारोपित पिता को अस्थाई जेल भेज दिया था। जेल सूत्रों के अनुसार, सोमवार रात उसे खाने में आठ रोटी, दाल और सब्जी दी गई थी लेकिन अजय ने सिर्फ दो रोटियां खाईं। उसे रात में नींद नहीं आई थी। जिला कारागार के अधीक्षक मुहम्मद अकरम खान ने बताया कि मंगलवार को भी वह बेचैन नजर आया। - जेल से कब बाहर छूटूंगा-
मंगलवार को अजय ने जेल कर्मियों से पूछा कि वह जेल से कब तक छूट पाएगा। जेल कर्मियों से जवाब नहीं मिलने पर वह मायूस हो गया। - चाचा बोला भनक तक नहीं लगी भाई के इरादों की.
मृतका के चाचा विजय कुमार ने बताया कि उनके भाई अजय ने अपने इरादों की किसी को भनक तक नहीं लगने दी। जरा भी भनक लगी होती तो ईशू की हत्या नहीं हो पाती। भाई की करतूत से मुहल्ले में कुछ परिवारों से मनमुटाव हो गया, उनसे माफी मांगेंगे। अजय के पिता ईश्वर दयाल ने बताया कि बड़ा अनर्थ हो गया। बड़ी बदनामी हो गई है। मृतका ईशू की मां शालिनी भी बेहाल है।