गोवंश फाइलों में करोड़पति, गोआश्रय स्थलों में हैं कंगाल

फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने गोवंश के लिए एक करोड़ रुपये एक माह पूर्व जारी किए थे, लेकिन अब तक इसमें से एक रुपये तक उन पर खर्च नहीं हो सका है। हाल यह है कि अस्थाई गोआश्रय स्थलों पर रह रहे गोवंश भूख से व्याकुल हो रहे हैं। गोवंशों को किसान स्कूलों में बंद कर रहे हैं। शासन ने गाइड लाइन जारी होने के बाद रुपये खाते खुलवाने शुरू कर दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 11:20 PM (IST)
गोवंश फाइलों में करोड़पति, गोआश्रय स्थलों में हैं कंगाल
गोवंश फाइलों में करोड़पति, गोआश्रय स्थलों में हैं कंगाल

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: किसानों को 10 जनवरी तक बेसहारा गोवंश से निजात दिलाने का मुख्यमंत्री का दावा हवा हवाई नजर आ रहा है। अस्थाई आश्रय स्थलों में रखे गए पशुओं के आहार की व्यवस्था के लिए शासन ने एक करोड़ रुपये का बजट तो भेजा, लेकिन उसे खर्च कैसे कराना है यह बताना भूल गया। एक महीने बाद गाइड लाइन जारी हुई तो प्रशासन ने खाते खुलवाना शुरू कर दिया है। इस बीच धन की कमी से आश्रय स्थलों की स्थित खराब हो गई है। कई जगह भूसा और चारा तक नहीं बचा है। भूखा गोवंश आश्रय स्थलों से निकलकर फिर से खेतों और सड़कों पर घूमने लगा है।

बेसहारा गोवंश किसानों की सबसे बड़ी समस्या है। उन्हें रात रात भर जागकर फसलों की निगरानी करनी पड़ रही है। कई जगह परेशान किसान गोवंश को स्कूल और पंचायत घर में बंद कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने 10 जनवरी तक गोवंश को अस्थाई आश्रय स्थलों में करने की घोषणा की तो राहत की उम्मीद बंधी। इसके बाद प्रशासन भी हरकत में आया और गांव-गांव में आश्रय स्थल खोलने के प्रयास शुरू हो गए।

शासन ने प्रति पशु 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से एक करोड़ रुपये का बजट 12 जनवरी को जिले में भेज दिया, लेकिन गाइड लाइन भेजने में एक महीना लगा दिया। इस दौरान आश्रय स्थलों में भूसा और चारे की कमी हो गई। 11 फरवरी को गाइड लाइन आने के बाद प्रशासन अब उन ग्राम पंचायतों के बैंक खाते अलग से खुलवाने में जुटा है, जिनमें आश्रय स्थल खुले हैं।

संदलपुर आश्रय स्थल में भूसा खत्म

प्रशासन ने जिला मुख्यालय के निकट ग्राम पंचायत संदलपुर में छह हैक्टेयर जमीन पर मॉडल आश्रय स्थल बनवाया है। 28 दिसंबर को कैबिनेट मंत्री प्रो. एसपी ¨सह बघेल ने इसका उदघाटन किया था। इसमें टिन शेड, सबमर्सिबल लगवाई गई है। एक जगह भूसा गोदाम भी बनवाया है, जो अब खाली हो गया है। यहां मौजूद मिले गोसेवकों ने बताया कि उदघाटन के बाद से यहां भूसा नहीं आया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी का कहना है कि संदलपुर आश्रय स्थल के लिए 48 कुंतल भूसा मंगाया गया था और भी मंगाया जा रहा है। अब तक गाइड लाइन नहीं आई थी, ग्रामीणों के सहयोग से पशुओं के चारे की व्यवस्था की जा रही थी। अब तक तीस अस्थाई आश्रय स्थल चल रहे हैं। अब काम तेजी से होगा। खाते खुलवा दिए गए हैं। जल्द ही धनराशि भेजी जाएगी।

डॉ. प्रभंजन शुक्ला

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी निगम को अलग से मिले 1.09 करोड़ रुपये

पशु चिकित्सा विभाग के अलावा नगर निगम को 1.09 करोड़ रुपये पशु चारे के लिए मिले हैं। वहीं तीन अस्थाई आश्रय स्थल टूंडला मदावली, सिरसागंज नगर पालिका और नगर निगम क्षेत्र में खोले जाने हैं। इसके लिए 1.20 करोड़ रुपये का बजट भेजा गया है।

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