श्रमिकों के लाड़लों को मिला साइकिल का उपहार, खिले चेहरे

संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के तहत मिला लाभ अब समय से स्कूल-कालेज पहुंच सकेंगे श्रमिकों के बच्चे असीजा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Jan 2022 05:54 AM (IST) Updated:Wed, 05 Jan 2022 05:54 AM (IST)
श्रमिकों के लाड़लों को मिला साइकिल का उपहार, खिले चेहरे
श्रमिकों के लाड़लों को मिला साइकिल का उपहार, खिले चेहरे

संवाद सहयोगी, फिरोजाबाद: मंगलवार को श्रम विभाग द्वारा संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के तहत फिरोजाबाद क्लब में साइकिल वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें पंजीकृत भवन निर्माण श्रमिकों के पांच सौ बेटे-बेटियों को साइकिल का उपहार दिया। सदर विधायक मनीष असीजा और अधिकारियों के हाथों उपहार पाकर सभी के चेहरे खुशी से खिल उठे।

दोपहर 12 बजे सदर विधायक मनीष असीजा ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार हर वर्ग का ध्यान रखते हुए जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। श्रमिकों के बच्चे भी अच्छी पढ़ाई करने के लिए अपने घर से दूर स्थित स्कूल-कालेज में समय से पहुंच सकें, इसके लिए उन्हें साइकिल उपलब्ध कराई जा रही हैं। एसडीएम सदर मनोज कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिकों के हित में अनेक कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। जिसका लाभ सभी पात्र श्रमिकों को लेना चाहिए। इसके लिए सभी श्रमिकों को श्रम विभाग में अपना रजिस्ट्रेशन कराने के साथ ही ई-श्रमिक कार्ड भी बनवा लेना चाहिए।

सहायक श्रम आयुक्त एके सिंह ने कहा कि सदर विधायक के सकारात्मक सहयोग से श्रम विभाग श्रमिकों का हित करने में आगे है। कार्यक्रम के अंत में बारी-बारी से सभी को साइकिल वितरित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद प्रोफेसर ओमपाल सिंह निडर ने की और संचालन भाजपा नेता भगवान दास शंखवार ने किया। कार्यक्रम में पूर्व जिला अध्यक्ष सुनील टंडन, राजेंद्र बोहरे, सुनील शर्मा, सत्यवीर गुप्ता, श्याम सिंह यादव, नवीन प्रकाश उपाध्याय, अनिल उपाध्याय, मुकेश गुप्ता मामा, रविंद्र शर्मा, किशोर अग्रवाल, पार्षद विमला सिंह जादौन, सत्येंद्र सविता, सोबरन सिंह दिवाकर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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मैं गांव कपावली के निकट स्थित कालेज में पढ़ने जाता हूं। साइकिल नहीं होने के कारण कभी-कभी देर से पहुंच पाता था, लेकिन अब साइकिल की परेशानी भी समाप्त हो गई है।

अमन बाबू, कपावली

फोटो-पांच

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मेरे पिताजी मजदूरी करते हैं। इसलिए साइकिल की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी। अब सरकार ने साइकिल का उपहार देकर समस्या से छुटकारा दिला दिया है।

शिवम कुमार, सिकंदरपुर कोटला

फोटो- छह

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