शौक को रिवाल्वर, पेट भरने को पिस्टल

शस्त्र लाइसेंस की होड़ मची है। ज्यादातर आवेदक तो युवा हैं। इन्हें किसी से खतरा नहीं है, बल्कि कोई शौक के लिए रिवाल्वर खरीदना चाहता है तो कोई गार्ड की नौकरी करने के लिए पिस्टल। अब तक किसी भी महिला ने आवेदन नहीं किया है। शस्त्र लाइसेंस के लिए अब तक करीब तीन हजार आवेदन आ चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Nov 2018 10:18 PM (IST) Updated:Fri, 02 Nov 2018 10:18 PM (IST)
शौक को रिवाल्वर, पेट भरने को पिस्टल
शौक को रिवाल्वर, पेट भरने को पिस्टल

कार्तिकेय नाथ द्विवेदी, फीरोजाबाद: शस्त्र लाइसेंस की होड़ मची है। ज्यादातर आवेदक तो युवा हैं। इन्हें किसी से खतरा नहीं है, बल्कि कोई शौक के लिए रिवाल्वर खरीदना चाहता है तो कोई गार्ड की नौकरी करने के लिए पिस्टल। अब तक किसी भी महिला ने आवेदन नहीं किया है।

शस्त्र लाइसेंस के लिए अब तक करीब तीन हजार आवेदन आ चुके हैं। जिला अस्पताल में मानसिक परीक्षण कराने आए आवेदकों ने बताया कि सरकारी विभागों में भर्तियां हो नहीं रही हैं, शस्त्रों के लाइसेंस बन जाएंगे तो हथियार खरीदकर सिक्योरिटी गार्ड तो बन ही जाएंगे। शिकोहाबाद के भारौल निवासी अर्जुन ¨सह (30) ने रिवाल्वर का लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया है। उनका कहना है कि यदि नौकरी नहीं मिली तो इसके बूते सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर लेंगे। कुछ आवेदकों ने गार्ड की नौकरी के लिए पिस्टल खरीदने की भी बात कही।

सैलई रोड निवासी अतुल कुमार ने बताया कि अब बंदूक का जमाना नहीं रहा है। अपराधी भी रिवाल्वर और पिस्टल से ही भय खाते हैं। इसलिए उसने रिवाल्वर का लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया है। अपराधी भी छोटे हथियारों से खाते हैं भय:: लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले अटल बाबू यादव ने बताया कि अपराधी भी अब बंदूक से कम भयभीत होते हैं। उन्हें रिवाल्वर और पिस्टल जैसे छोटे हथियार से डर लगता है।

बॉक्स:: पिस्टलधारी गार्ड को 35 हजार का वेतन

सिक्योरिटी गार्ड कंपनी के संचालक अतुल कुमार ने बताया कि बंदूकधारी गार्ड को करीब 16 हजार, रिवाल्वर धारी को 20 और पिस्टल रखने वाले गार्ड को 35 हजार रुपये वेतन मिलता है। ---

chat bot
आपका साथी