आठ पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त

जागरण संवाददाता फतेहपुर रोशनी पर्व दीपावली धीरे धीरे नजदीक आते ही आबादी के भीतर खुली फतेहपुर शहर समेत जहानाबाद बिदकी खागा की दो-दो दुकानों के लाइसेंस सुरक्षा की ²ष्टि से निरस्त कर दिए गए हैं जिससे अब छह विक्रेताओं की दुकानें रह गई हैं। विक्रेताओं ने कानपुर व रायबरेली से पटाखों की आमद भी करा ली है। उधर तीन दिन पूर्व बाजार में लगने वाली पटाखा की अस्थायी दुकानों के लाइसेंसधारक नवीनीकरण को कलेक्ट्रेट तहसील संबधित थाना व फायर बिग्रेड कार्यालय के दौड़ लगा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 10:58 PM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 06:09 AM (IST)
आठ पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त
आठ पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : रोशनी पर्व दीपावली धीरे धीरे नजदीक आते ही आबादी के भीतर खुली फतेहपुर शहर समेत जहानाबाद, बिदकी, खागा की दो-दो दुकानों के लाइसेंस सुरक्षा की दृष्टि से निरस्त कर दिए गए हैं जिससे अब छह विक्रेताओं की दुकानें रह गई हैं। विक्रेताओं ने कानपुर व रायबरेली से पटाखों की आमद भी करा ली है। उधर तीन दिन पूर्व बाजार में लगने वाली पटाखा की अस्थायी दुकानों के लाइसेंसधारक नवीनीकरण को कलेक्ट्रेट, तहसील, संबधित थाना व फायर ब्रिगेड कार्यालय के दौड़ लगा रहे हैं।

जिले में पिछले वर्ष 140 के करीब अस्थायी पटाखा लाइसेंसधारक थे जो दीपावली के तीन दिन पूर्व पटाखा मंडी में बाजार सजाते हैं जिनका अस्थायी लाइसेंस का नवीनीकरण प्रतिवर्ष होता है। आवेदकों के आवेदन कलेक्ट्रेट से फायर, तहसील व संबधित थाने में रिपोर्ट लगाने के लिए प्रतिलिपि भेजी जा रही है। शहर क्षेत्र के चौक बाजार में आबादी के भीतर खुली मो. आरिफ का लाइसेंस व लालाबाजार के राजू की दुकान का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है जिससे शहर में अब लोधीगंज बाईपास में आफताब, हुसेनगंज बाईपास चौराहा में शहजादे व रामगंज पक्का तालाब में जुहैब ही पटाखा विक्रेता बचे हैं। इसी तरह खागा-बिदकी में एक-एक व धाता में दो पटाखा विक्रेता हैं। अस्थायी लाइसेंस लेने को भागदौड़ कर रहे एक अस्थायी दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अस्थायी लाइसेंस लेने में डेढ़ हजार रुपये तक खर्च हो जाते हैं। पिछले वर्ष दुकानें शहर के नवीन मार्केट के साथ जहानाबाद, बिदकी, मलवां, खजुहा, खागा, हुसेनगंज, थरियांव, गाजीपुर, आंबापुर आदि जगहों पर लगाई गई थी लेकिन इस मर्तबा अभी तक दुकान लगने की जगह चिह्नित नहीं की गई है।

पटाखा मंडी तय की जाएगी : एफएसओ

जिला अग्निशमन अधिकारी अशोक कुमार सिंह का कहना था कि अस्थायी आवेदन करने वाले आतिशबाज के आवेदन आने शुरु हो गए हैं जिन पर जांच पड़ताल की जा रही है जिसमें आतिशबाजों का कोई शुल्क नहीं लगता है। कहा कि शहर में पटाखा की दुकानें कहां लगेंगी अभी यह निश्चित नहीं है, उच्चाधिकारियों के आदेश पर ही दुकानें लगवाई जाएंगी। आबादी के भीतर जिले में खुली आठ पटाखा विक्रेताओं की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।

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