कड़ाके की ठंड बनी जानलेवा, एक अधेड़ की मौत

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: लगातार बढ़ रही ठंड ने लोगों का हाल बेहाल कर रख है। शुक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Dec 2018 10:56 PM (IST) Updated:Fri, 21 Dec 2018 10:56 PM (IST)
कड़ाके की ठंड बनी जानलेवा, एक अधेड़ की मौत
कड़ाके की ठंड बनी जानलेवा, एक अधेड़ की मौत

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: लगातार बढ़ रही ठंड ने लोगों का हाल बेहाल कर रख है। शुक्रवार को भी पारे ने कोई मोहलत नहीं बरती। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। बर्फीली हवाओं की वजह से बढ़ी ठंड अब जानलेवा साबित हो रही है। गुरुवार रात कल्यानपुर थाना क्षेत्र के मौहार गांव के 50 वर्षीय मटरू अहमद की ठंड लगने से मौत हो गई। पिता मुनीर अहमद ने बताया कि रात को पुत्र को ठंड लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। भीषण ठंड से मानव ही नहीं पशु-पक्षी भी बेहाल हो उठे। जंगलों में पक्षियों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया।

दिसंबर के दूसरे पखवारे में ठंड वीभत्स रूप धारण करती जा रही है। हालांकि बर्फीली हवाओं के बीच निकली खिली धूप सुकून देने वाली है। लोग धूप सेंकते नजर आए। ग्रामीणांचलों में भीषण ठंड से लोगों का बुरा हाल देखने को मिला। ठंड से बचाव के लिए लोग लकड़ी का प्रबंध करने में जुटे रहे। ग्रामीण परिवार सहित गांव किनारे की झाड़ियों या फिर रोड किनारे के ठूंठों को उखाड़ने में लगे रहे। जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जा रही है, स्कूलों में छात्रसंख्या निरंतर घटती जा रही है। शहर के मांटेसरी-कांवेंट स्कूलों के अलावा परिषदीय प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में निरंतर छात्रसंख्या कम होती जा रही है। हालांकि परिषदीय प्राथमिक व जूनियर स्कूलों की सत्र परीक्षा गतिमान है लेकिन लाख प्रयास के बाद भी स्कूलों में उपस्थिति शत-प्रतिशत नहीं हो पा रही है।

24 सार्वजनिक स्थानों पर जले अलाव

ठंड को देखते हुए पालिका प्रशासन ने संजीदगी बरती है। शहर के चिह्नित 40 सार्वजनिक स्थानों में से 24 पर शुक्रवार की रात अलाव की व्यवस्था करवा दी गई है। नगर पालिका के ईओ/ एडीएम प्रमोद झा ने 24 सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करवा दी है। साथ ही उन्होंने लेखाकर रामगोपाल पांडेय व अर्बन प्लानर निशीष कुमार को अलाव की व्यवस्था देखने के जिम्मेदारी दी है, जो निर्धारित स्थानों पर जल रहे अलाव की फोटोग्राफ लेकर वस्तुस्थिति की जानकारी प्रतिदिन देंगे।

राहगीर व मुसाफिर रहे बेहाल

भीषण ठंड में राहगीर व मुसाफिरों का बुरा हाल देखने को मिला। रेलवे स्टेशन व बस स्टाप पर यात्री ट्रेनों का इंतजार कर रहे मुसाफिर ठंड में सिकुड़ते रहे। हालांकि पालिका प्रशासन के अलाव मुसाफिरों के लिए संजीवनी साबित हुए। वहीं भीषण ठंड में ठेले-खोमचे वालों के अलावा सब्जी विक्रेता ठिठुरने के लिए मजबूर रहे। वहीं हाड़ कंपाने वाली ठंड में मजदूर काम करते देखे गये।

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