भाकियू ने टोल को घेरा, मैनेजर और कर्मियों पर मुकदमा
संवाद सूत्र बहुआ (फतेहपुर) बांदा-टांडा मार्ग के जिदपुर (दसवांमील) टोल प्लाजा में हुए बवाल
संवाद सूत्र, बहुआ (फतेहपुर) : बांदा-टांडा मार्ग के जिदपुर (दसवांमील) टोल प्लाजा में हुए बवाल के बाद पुलिस के एक पक्षीय कार्रवाई किए जाने के विरोध में भाकियू कार्यकर्ता सुबह से धरने पर बैठ गए। हंगामे और नारेबाजी के बीच भाकियू की मांग थी कि दूसरे पक्ष के कार सवारों के साथ हुई मारपीट, तोड़फोड़ व लूटपाट की रिपोर्ट दर्ज की जाए। खबर पाकर एसडीएम सदर प्रमोद झा व सीओ जाफरगंज दिनेशचंद्र मिश्र पहुंचे जिनके आश्वासन पर तीन घंटे बाद धरना समाप्त किया गया। तब पुलिस ने दूसरे पक्ष की तहरीर पर टोल मैनेजर और कर्मियों पर तोड़फोड़ व लूट का मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
बता दें कि जिदपुर टोल प्लाजा में शनिवार को हुए बवाल में टोल मैनेजर रोहित गुप्ता की तहरीर पर पुलिस ने आशीष सिंह समेत पांच नामजद व 25 अज्ञात पर बलवा किे तहत मारपीट कर तोड़फोड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस के एक पक्षीय कार्रवाई के विरोध में भाकियू जिला महासचिव प्रीतम चंदेल के नेतृत्व में ब्लाक अध्यक्ष सोनू गौतम, दीपक गुप्ता, शिवम कछवाह, चंदन आदि रविवार सुबह 10:30 बजे दसवांमील टोल प्लाजा पहुंचे और बाहर धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। महासचिव व ब्लाक अध्यक्ष ने कहा कि टोल कर्मी लोकल ग्रामीणों से बेवजह की वसूली कर उन्हें परेशान करती है और पुलिस एक पक्षीय कार्रवाई कर रही है। एसडीएम सदर प्रमोद व सीओ दिनेशचंद्र मिश्र के समक्ष दूसरे पक्ष की रिपोर्ट दर्ज करने के साथ क्षेत्र में पर्याप्त बिजली आपूर्ति के साथ नहरों में पानी की मांग की। एसडीएम के आश्वासन पर दोपहर 1 बजे के बाद धरना समाप्त किया। कार्यवाहक एसओ सुरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि आशीष सिंह की तहरीर पर मारपीट व लूट के तहत टोल मैनेजर रोहित गुप्ता, टोल कर्मी राजेंद्र, दीपक, सुनील व अन्य अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुकदमे की विवेचना बहुआ प्रभारी प्रवीण दुबे को दी गई है। युवक का आरोप, मैनेजर ने खुद की तोड़फोड़
दूसरे पक्ष से आशीष सिंह पुत्र बजरंग सिंह (सेवानिवृत्त सेनानी) निवासी सुल्तानपुर मजरे अयाह ने तहरीर दिया कि वह अपने दोस्त राधे गुप्ता की पत्नी का उपचार कराकर कार से वापस घर जा रहे थे। कार में दोस्त राधे भी था। टोल पर कार रोकने पर उसने आर्मी का कार्ड दिखाकर कहा, लोकल वाहनों को कभी नहीं रोका जाता है। तभी टोल मैनेजर रोहित गुप्ता अपने कर्मियों राजेंद्र कुमार, दीपक गुप्ता, सुनील सिंह व अन्य लोगों के साथ आकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। उसकी जेब से 1050 रुपये लेकर दोस्त की पत्नी से पर्स छीन लिया और खुद अपने आफिस में तोड़फोड़ कर उनका नाम लगा दिया।