बाबू जरा संभल कर चलें! 45 किमी सड़क पर हैं 142 गढ्डे
जागरण टीम बिंदकी प्रदेश की राजधानी को बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश से जोड़ने वाले बांदा-कानपुर
जागरण टीम, बिंदकी : प्रदेश की राजधानी को बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश से जोड़ने वाले बांदा-कानपुर मार्ग पर चौडगरा से ललौली तक का 45 किमी तक सफर दुश्वारियों से भरा है। हर किलोमीटर में तीन गड्ढे पूरी मार्ग के 142 गड्ढे स्टेट हाईवे की यात्रा को जोखिम भरा किए हुए है। आए दिन हादसे व जाम की समस्या से लोग परेशान हैं।
बुंदेलखंड जाने के लिए नेशनल हाईवे स्थित चौडगरा से जैसे ही मुड़ेंगे हिचकोले लगने लगेंगे। बस हो या चार पहिया वाहन उसे गड्डे से ही गुजरना होगा। गड्ढे ऐसे भी नहीं कि हल्के हों, कई गड्ढों की गहराई एक से डेढ़ फीट के करीब होगी। यहां पर सड़क टूट चुकी है। गिट्टी निकल कर बाहर आ चुकी है। बारिश में तो यह गड्ढे पानी से भरे हैं, दोपहिया वाहन इसमें घुसे तो समझो गिरना तय है। चार पहिया वाहनों का पहिया गड्ढे में जाते ही अंदर बैठी सवारियां उछल जाती हैं। मौरंग व गिट्टी के ओवरलोड ट्रकों की आवाजाही से कई स्थानों पर सड़क से डामर और गिट्टी गायब हो चुकी है, जानलेवा बोल्डर हर निकलने वाले को डराते हैं। सड़क के गड्ढों पर एक नजर
चौडगरा से तेंदुली : पहुर मोड़ पर सड़क खतरनाक स्थिति में है। इससे खराब हालात विशुनामऊ मोड़ के पास हैं। स्पीड ब्रेकर में के अगल-बगल सड़क टूट चुकी है। मोड़ में सड़क टूटी होने के कारण हादसे भी हो रहे हैं। तेंदुली से कोरवां : बिदकी नगर में गांधी चौराहा व आंबेडकर चौराहे के पास, इसके अलावा कोरवां, भवानीपुर सहित कई स्थानों पर सड़क में 45 स्थानों पर खतरनाक गड्ढे हैं। कोरवां से बड़ी नहर : कोरवां से बड़ी नहर तक सड़क सबसे अधिक खराब जोनिहां चौराहे के पास है। दोनों किनारों पर भरे पानी की निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। मोड़ में सड़क टूट चुकी है। चौकी के सामने भी स्पीड ब्रेकर के पास बड़े गड्ढे हैं। इस पूरी सड़क में 22 स्थानों पर खतरनाक गड्ढे हैं। बड़ी नहर से ललौली : बंधवा मोड़ पर सड़क का पता ही नहीं है। यहां पर गड्ढा दूर से तालाब की तरह नजर आता है। इसके अलावा ललौली कस्बे के अंदर भी सड़क टूटी है। ललौली से बड़ी नहर तक 40 स्थानों पर गड्ढे हैं। यह गड्ढे दुर्घटनाओं की बड़ी वजह बन रहे हैं। अगर वाहन की रफ्तार तेज हुई तो मानों हादसा तय है।