86 करोड़ रुपये से होगा नहरों का नवीनीकरण

जागरण संवाददाता फतेहपुर प्रदेश सरकार की जल व भूमि संरक्षण सिंचाई परियोजना के तहत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 11:47 PM (IST) Updated:Wed, 02 Oct 2019 06:21 AM (IST)
86 करोड़ रुपये से होगा नहरों का नवीनीकरण
86 करोड़ रुपये से होगा नहरों का नवीनीकरण

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : प्रदेश सरकार की जल व भूमि संरक्षण सिंचाई परियोजना के तहत 86 करोड़ रुपये से दो बड़ी नहरों का नवीनीकरण कराया जाएगा। इसमें कानपुर नगर से जिले तक आने वाली 236 किमी लंबी नहर भी शामिल है। विश्व बैंक की मदद से होने वाला यह काम नवंबर माह में शुरू कर दिया जाएगा। इसी सिलसिले में मंगलवार को निचली गंगा कैनाल के अधिशाषी अभियंता जेपी वर्मा ने फतेहपुर पूर्वी व पश्चिमी शाखा का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की।

रामगंगा कैनाल की पश्चिमी शाखा कौशांबी तक जाती है, इसकी लंबाई 110 किमी है। वहीं निचली गंगा कैनाल की पूर्वी शाखा कानपुर से जनपद के धाता कस्बे तक जाती है। इसकी कुल लंबाई 136 किमी है। सिंचाई विभाग के आंकड़ों के अनुसार 80 वर्ष पहले इन्हें 31 मीटर चौड़ा बनाया गया था, लेकिन वर्तमान में इनकी चौड़ाई सिर्फ 6 मीटर ही शेष रह गई है। नहर संकरी हो जाने से पानी के बहाव में परेशानी होती है और माइनरों में एक चौथाई भी पानी नहीं पहुंच पाता है। इसे देखते हुए ही शासन ने इन दोनों नहरों की सफाई कराकर नवीनीकरण किए जाने की तैयारी की है। गाजियाबाद की एक कंपनी को इसके लिए ठेका दिया गया है।

दोनों बड़ी नहरों की सिल्ट सफाई होने से किसानों को सिंचाई के लिए आसानी से पानी उपलब्ध होगा। इससे फसलों की पैदावार बढ़ेगी। जनपद के सभी रजबहा व माइनरों को पर्याप्त पानी मिलने लगेगा।

- आर के मिश्रा, अधीक्षण अभियंता सिचाई कानपुर मंडल आंकड़े कहते हैं:

बड़ी नहर : फतेहपुर शाखा, पश्चिमी शाखा

निचली गंगा कैनाल : 53 रजबहा, 145 माइनर

रामगंगा कैनाल : 42 रजबहा, 120 माइनर

- जमीन सिचित होती है : 25 से 35 हजार हेक्टेयर

- नवीनीकरण के बाद : 60 से 65 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।

- बड़ी नहर की जलापूर्ति क्षमता - 2200 क्यूसेक

- वर्तमान में क्षमता : 700 क्सूसेक

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