गंगा की धार से तीसराम स्कूल की रसोई बही

संवाद सहयोगी अमृतपुर गंगा का जलस्तर बढ़ने से तीसराम की मड़ैया गांव के निकट कटान शुरू हो गया है। प्राथमिक स्कूल का रसोई घर गंगा की धार में बह गया और भवन धार के निशाने पर आ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Aug 2019 11:09 PM (IST) Updated:Sat, 03 Aug 2019 06:22 AM (IST)
गंगा की धार से तीसराम स्कूल की रसोई बही
गंगा की धार से तीसराम स्कूल की रसोई बही

संवाद सहयोगी, अमृतपुर : गंगा का जलस्तर बढ़ने से तीसराम की मड़ैया गांव के निकट कटान शुरू हो गया है। प्राथमिक स्कूल का रसोई घर गंगा की धार में बह गया और भवन धार के निशाने पर आ गया है।

गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर बढ़कर 135.10 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 16806 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होने की आशंका बढ़ गई है। रामगंगा का जलस्तर गेज के नीचे है। खोह हरेली व रामनगर से रामगंगा में 28 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से तीसराम की मड़ैया गांव के निकट कटान शुरू हो गया है। जिससे ग्रामीण खौफजदा हैं। तीसराम की मड़ैया गांव के अधिकांश घर पहले ही गंगा की धार में बह चुके हैं। गांव के प्राथमिक स्कूल की रसोई गंगा की बह चुकी है और स्कूल का भवन धार के निशाने पर आ गया है। स्कूल बचाने के लिए गांव के निकट सिचाई विभाग ने बैंबू ब्रेसिग बनाई थी। बैंबू ब्रेसिग बनने के बाद भी कटान नहीं रुक सका। गांव के मंजीत बताते हैं कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से गांव के निकट कटान हो रहा है और कृषि भूमि कट रही है। तहसीलदार प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से तीसराम की मड़ैया गांव के निकट कटान हो रहा है।

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