पपेट के जरिए बताए अवैध शराब के दुष्प्रभाव

गिरफ्तारी व छापेमारी के बावजूद पुलिस व आबकारी विभाग कच्ची शराब भट्ठी संचालकों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। इस कारण आबकारी विभाग ने अब पपेट शो के माध्यम से इस धंधे से जुड़े लोगों को समझाने की कोशिश शुरू की है। बुधवार को शहर की गिहार बस्ती लकूला सहित अन्य स्थानों पर पपेट शो कराया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jun 2019 06:07 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2019 06:07 PM (IST)
पपेट के जरिए बताए अवैध शराब के दुष्प्रभाव
पपेट के जरिए बताए अवैध शराब के दुष्प्रभाव

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : गिरफ्तारी व छापेमारी के बावजूद पुलिस व आबकारी विभाग कच्ची शराब भट्ठी संचालकों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। इस कारण आबकारी विभाग ने अब पपेट शो के माध्यम से इस धंधे से जुड़े लोगों को समझाने की कोशिश शुरू की है। बुधवार को शहर की गिहार बस्ती लकूला सहित अन्य स्थानों पर पपेट शो कराया गया।

आबकारी इंस्पेक्टर अमित राज व संजय कुमार गुप्ता शहर कोतवाली पुलिस के साथ दोपहर को गिहार बस्ती लकूला पहुंचे। कोलकाता से आए उमेश प्रसाद ने पपेट शो किया। उमेश ने एक कठपुतली के माध्यम से गिहार बस्ती के लोगों को यह समझाने की कोशिश की कि शराब बनाना, बेचना व पीना तीनों अपराध ही नहीं हैं बल्कि शारीरिक रूप से भी गलत हैं। इससे तमाम प्रकार की बीमारियां फैलती हैं। समाज में भी लोग इस धंधे से जुड़े लोगों व पीने वालों को अच्छी नजर से नहीं देखते। वह लोग शराब बनाने के धंधे को छोड़कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ें। इंस्पेक्टर अमित राज ने बताया कि छापेमारी के बावजूद गिहार बस्ती के लोग शराब बनाना बंद नहीं कर रहे। इस कारण विभाग ने पपेट शो कराने का निर्णय लिया है। शो के दौरान बच्चे व महिलाएं ही मौजूद रहीं। पुरुष खिसक गए। कमालगंज के महरूपुर राबी व कायमगंज क्षेत्र में भी पपेट शो कराया गया।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी