पात्र ठिठुर रहे झोपड़ी में, अपात्रो को पीएम आवास

प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभार्थियों के चयन को ऑनलाइन व्यवस्था के बावजूद गरीबों को छत मयस्सर नहीं हो पा रही है। वर्ष 2012 में हुए सर्वे में नाम होने के चलते कई अपात्र भी आवास पाने में सफल हो गए हैं। जबकि काफी संख्या में गरीब अभी भी झोंपड़ियों में ठिठुर रहे हैं। बार-बार फरियाद लगाने के बाद भी सिर छिपाने के लिए छत न मिलने पर एक पीड़िता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर प्रधानमंत्री आवास दिलवाए जाने की गुहार लगाई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Jan 2020 10:38 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 06:08 AM (IST)
पात्र ठिठुर रहे झोपड़ी में, अपात्रो को पीएम आवास
पात्र ठिठुर रहे झोपड़ी में, अपात्रो को पीएम आवास

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभार्थियों के चयन को ऑनलाइन व्यवस्था के बावजूद गरीबों को छत मयस्सर नहीं हो पा रही है। वर्ष 2012 में हुए सर्वे में नाम होने के चलते कई अपात्र भी आवास पाने में सफल हो गए हैं। जबकि काफी संख्या में गरीब अभी भी झोंपड़ियों में ठिठुर रहे हैं। बार-बार फरियाद लगाने के बाद भी सिर छिपाने के लिए छत न मिलने पर एक पीड़िता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर प्रधानमंत्री आवास दिलवाए जाने की गुहार लगाई है।

ब्लाक बढ़पुर क्षेत्र के जैतपुर निवासी पुष्पेंद्र पत्नी संगीता व बच्चों के साथ गांव में झोंपड़ी डालकर रह रहा है। वह कई बार अधिकारियों से प्रधानमंत्री आवास दिलाने को मांग कर चुका है। इसके बावजूद उसे सिर छिपाने को एक छत आज तक नसीब नहीं हुई। थक हार कर संगीता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर गुहार लगाई है। इसमें कहा गया है कि वह अपने तीन बच्चों के साथ झोपड़ी में गुजर-बसर कर रही है। पति मजदूरी करते हैं। जैसे-तैसे गुजर बसर हो पाती है। मकान न होने से सर्दी और बरसात में उसके काफी दिक्कत होती है। प्रधानमंत्री आवास के लिए उसने आवेदन किया था, लेकिन आज तक उसे आवास नहीं मिला। कई बार अफसरों से प्रधानमंत्री आवास दिलवाए जाने की मांग कर चुकी है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शौचालय भी नहीं मिला है। जबकि गांव में पक्के मकानों में रहने वालों को आवास आवंटित कर दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने शिकायत को संज्ञान में लेते हुए ग्राम्य विकास विभाग को आवेदक की पात्रता की जांच कर 12 फरवरी तक नियमानुसार आवास दिलाए जाने के आदेश दिए हैं। परियोजना निदेशक डीआरडीए राजमणि वर्मा ने बताया कि नए सिरे सर्वे कराया जा रहा है। शीघ्र ही छूटे हुए पात्रों को आवास योजना में लाभांवित किया जाएगा।

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