संस्कृति का अभिन्न अंग है योग

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सर्चलाइट भवन बीबीगंज में

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jun 2017 08:13 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jun 2017 08:13 PM (IST)
संस्कृति का अभिन्न अंग है योग
संस्कृति का अभिन्न अंग है योग

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सर्चलाइट भवन बीबीगंज में रविवार को आयोजित वार्षिकोत्सव का केक काटकर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर योग को भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग बताया गया।

पुलिस अधीक्षक दयानंद मिश्रा ने कहा कि आज के दौर में बढ़ते तनाव को युवा पीढ़ी नहीं झेल पा रही। इसके चलते कई युवक नशीले पदार्थों और ड्रग्स का सेवन करने लगते हैं। जबकि तनाव कम करने के लिए योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एसडीएम रमेश चंद्र यादव ने कहा कि योग जीवन को जी-भरकर जीने की जड़ी-बूटी है। यह इंद्रियों को नियंत्रित करता है। केंद्र संचालिका बीके मंजू ने कहा कि भौतिकवादी संस्कृति के विकास से योग के प्रति हमारा प्राचीन ²ष्टिकोण बदल गया। शरीर को निरोग बनाने वाले योगासन को योग कहने लगे। जबकि वास्तव में योग से हम आंतरिक व वाह्य दिव्यता प्राप्त कर सकते हैं। संचालन बीके सोनी ने किया। स्वास्थ्य की निशुल्क जांच भी कराई गई। पूर्व पालिका अध्यक्ष मिथलेश अग्रवाल, मौलाना सदाकत हुसैन सेंथली, बीके रीता, रंजना, सुरेश चंद्र गोयल भी मौजूद रहे। वैष्णवी ने नृत्य की प्रस्तुति दी।

स्मृति दिवस पर सेवा का संकल्प

ब्रह्माकुमारीज आश्रम जयनारायण वर्मा रोड पर मातेश्वरी जगदंबा के स्मृति दिवस पर समाज में सेवा का संकल्प लिया गया। परियोजना निदेशक डा. डीआर विश्वकर्मा ने इस मौके पर कहा कि मातृ शक्ति नई पीढ़ी में बेहतर तरीके से संस्कारों का प्रवाह कर सकती है। पूर्व सांसद चंद्रभूषण ¨सह, राकेश कुमार ¨सह ने भी विचार रखे। केंद्र प्रभारी बीके सुमन ने राजयोग द्वारा संकल्प, ²ष्टि, वाणी एवं कर्म की सकारात्मक सिद्धि प्राप्त करने पर जोर दिया। डा. जितेंद्र चतुर्वेदी, राममुरारी शुक्ला, यदुनंदन लाल गोस्वामी, सुमन राठौर, शर्णिमा, राधिका, मुस्कान आदि रहीं।

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