साकेत महाविद्यालय में बिना परिचयपत्र के नो इंट्री

अयोध्या साकेत महाविद्यालय में बिना वैध परिचयपत्र के अब किसी छात्र व छात्राओं को इंट्री नहीं मिलेगी। यह निर्णय पठन-पाठन को सुचारू रूप संचालित करने के लिए लिया गया है। इस निर्णय का अमल शुरू हो गया। महाविद्यालय के गेट पर मंगलवार को परिचयपत्र देखने के बाद ही आने वाले छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया गया। कई को बैरंग वापस जाना पड़ा। तलाशी अभियान की अगुवाई मुख्य नियंता डॉ.परेश पांडेय ने की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 11:41 PM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 06:08 AM (IST)
साकेत महाविद्यालय में बिना परिचयपत्र के नो इंट्री
साकेत महाविद्यालय में बिना परिचयपत्र के नो इंट्री

अयोध्या : साकेत महाविद्यालय में बिना वैध परिचयपत्र के अब किसी छात्र व छात्राओं को इंट्री नहीं मिलेगी। यह निर्णय पठन-पाठन को सुचारू रूप संचालित करने के लिए लिया गया है। इस निर्णय का अमल शुरू हो गया। महाविद्यालय के गेट पर मंगलवार को परिचयपत्र देखने के बाद ही आने वाले छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया गया। कई को बैरंग वापस जाना पड़ा। तलाशी अभियान की अगुवाई मुख्य नियंता डॉ.परेश पांडेय ने की।

छात्रों का परिचयपत्र देखने के लिए महिला शिक्षिका भी गेट पर डटी रहीं। कई बार कैंपस में घूम-घूम कर परिचय पत्र की तलाशी की गई। दूसरी ओर अयोध्या मामले को लेकर अवकाश की वजह से कॉलेज ठंडा था पर खुलने के बाद परिसर में चुनावी सरगर्मी एक बार फिर से तेज हो गई हैं। सुबह सुबह नेता गेट पर खड़े होकर वोट के लिए मनुहार करते है। फिलहाल चुनाव दिसंबर माह तक होने की उम्मीद है।

मुख्य नियंता डॉ. परेश पांडेय ने बताया कि महाविद्यालय के समस्त संस्थागत छात्र-छात्राओं को परिचयपत्र निर्गत कर दिया गया है। जिन छात्रों ने अपना परिचयपत्र नहीं लिया है। वे कार्यदिवस में अपराह्न दो बजे के बाद परिचय पत्र हासिल कर लें। परिचयपत्र किसी कारण से नहीं बना है, वे छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मिश्र से संपर्क कर परिचयपत्र तत्काल बनवा ले। गेट पर चेकिग के दौरान जिस छात्र-छात्रा के पास परिचयपत्र नहीं होगा। उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। परिसर में प्रवेश नहीं मिल सकेगा।

मीडिया प्रभारी डॉ. जनमेजय तिवारी ने बताया कि सघन चेकिग हुई। बताया कि कक्षाओं पर इसका अनुकूल प्रभाव पड़ा है। बेजा रूप से घूमने वालों को प्रवेश पाबंद किए जाने से पढ़ाई आराम से हो रही है। प्राचार्य ने इस कार्य में सभी से सहयोग का आह्वान किया। कहा, छात्रसंघ चुनाव छह दिसंबर के बाद हो सकेंगे। इसके बाद वे प्रशासन से बातचीत कर तिथि निर्धारित करेंगे।

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