सरयू नदी ने पार किया खतरे का निशान, आसपास के इलाकों में दहशत
बाढ़ कार्य खंड की ओर से नायलान की बोरियों में रोड़ा डालने का कार्य जारी है लेकिन नदी के रौद्र रूप के आगे यह प्रयास बौना साबित हो रहा है।
अयोध्या (जेएनएन)। सरयू लाल निशान से 34 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। सोमवार को जलस्तर 93 मीटर से अधिक दर्ज किया गया। सरयू के रौद्र रूप से तटवर्ती इलाके दहशत में हैं। अयोध्या-फैजाबाद के बीच करीब आधा दर्जन स्थलों पर सरयू का पानी परिक्रमा मार्ग पर संक्रमित हो रहा है। गुप्तारघाट की सभी सीढ़ियां डूब चुकी हैं और सरयू की धारा घाट के प्लेटफार्म से आगे बढ़कर मंदिरों को छूने के लिए ललक रही है।
रामघाट तट पर स्थित नारायणधाम बाढ़ से पूरी तरह घिर चुका है। संतों को आवागमन के लिए नाव का प्रयोग करना पड़ रहा है। अयोध्या-फैजाबाद बाईपास मार्ग पर भी बाढ़ का पानी दस्तक दे रहा है। रुदौली तहसील के ग्राम महंगूपुरवा, कैथी मांझा, कैथी सहित कई अन्य गांव भी बाढ़ की चपेट में हैं।
मंहगूपुरवा व कैथी गांव में बाढ़ का पानी कई घरों तक पहुंच गया है। कैथी मांझा व मरौचा गांव पूरी तरह पानी से घिरा हुआ है। लोग अपनी गृहस्थी के साथ पलायन कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं। तहसील प्रशासन की ओर से दो नौकाएं लगाई गई हैं। लगातार बढ़ रहे नदी के जल स्तर से बाढ़ पीड़ितों की नींद उड़ी हुई है।
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बाढ़ कार्य खंड की ओर से नायलान की बोरियों में रोड़ा डालने का कार्य जारी है लेकिन नदी के रौद्र रूप के आगे यह प्रयास बौना साबित हो रहा है। बाढ़ कार्य खंड के सहायक अभियंता चिंतामणि शर्मा ने बताया कि बढे जल स्तर में कटान नहीं होती। कटान के समय नायलान की बोरियां शिफ्ट करने का काम निश्चित रूप से सहायक सिद्ध होगा।
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