तबादले के बाद भी रात्रि तक ऑफिस में डटे रहे नगर आयुक्त

अयोध्या : नगर आयुक्त आरएस गुप्ता का तबादला शासन ने कर दिया, लेकिन वे शनिवार की रात नगर निगम कार्यालय में डटे रहे। इस दौरान लेखाधिकारी सहित कुछ अन्य अधिकारी भी थे। अब यह चर्चा का विषय बन गया है। इस बीच लंबे समय से फंसी भुगतान की फाइलों के साथ ही कुछ अन्य कार्यों का निस्तारण किया किया गया। बैकडेट में करोड़ों के भुगतान का आरोप लगाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 11:19 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 11:19 PM (IST)
तबादले के बाद भी रात्रि तक ऑफिस में डटे रहे नगर आयुक्त
तबादले के बाद भी रात्रि तक ऑफिस में डटे रहे नगर आयुक्त

अयोध्या : नगर आयुक्त आरएस गुप्ता का तबादला शासन ने कर दिया, लेकिन वे शनिवार की रात नगर निगम कार्यालय में डटे रहे। इस दौरान लेखाधिकारी सहित कुछ अन्य अधिकारी भी थे। अब यह चर्चा का विषय बन गया है। इस बीच लंबे समय से फंसी भुगतान की फाइलों के साथ ही कुछ अन्य कार्यों का निस्तारण किया किया गया। बैकडेट में करोड़ों के भुगतान का आरोप लगाया जा रहा है।

आरोप लगाने वाले पार्षद रमेश दास ने कहा कि जब शासन ने नगर आयुक्त आरएस गुप्ता का तबादला कर दिया तो वे रात में कार्यालय में क्या कर रहे थे। कहा कि निर्माण कार्य से संबंधित कई पत्रावलियां भुगतान के लिए अटकी थीं, इन्हीं के आनन-फानन में निस्तारण की बात कही जा रही है। इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई है। बताया जा रहा है कि इसी भुगतान को लेकर गत दिनों पार्षदों ने नगर आयुक्त को घेरा था। कई बार कार्यालय में तीखी नोंकझोंक हुई। भुगतान की कड़ी के रूप में एक कर्मचारी कार्य करता रहा। उसके संबंध ठेकेदारों से हैं।

चर्चा है कि इसी के आग्रह पर कुछ पत्रावलियों के भुगतान की प्रक्रिया पूरी की गई। एक ठेकेदार ने बताया कि ठेकेदारों पर एक फर्म से ईंट खरीदने का दबाव बनाया जा रहा था, जिन्होंने वहां से ईंट खरीद की प्रक्रिया पूरी की और अन्य रस्म निभाई, उन्हीं का भुगतान किया गया है। महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि प्रकरण गंभीर है। जांच कराई जाएंगी।

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