मच्छर नियंत्रण में बाधक बनी कर्मचारियों की कमी

फैजाबाद : मच्छर नियंत्रण की जिम्मेदारी जो विभाग संभाल रहे हैं, उनके सामने कर्मचारियों की

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 11:39 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 11:39 PM (IST)
मच्छर नियंत्रण में बाधक बनी कर्मचारियों की कमी
मच्छर नियंत्रण में बाधक बनी कर्मचारियों की कमी

फैजाबाद : मच्छर नियंत्रण की जिम्मेदारी जो विभाग संभाल रहे हैं, उनके सामने कर्मचारियों की कमी बड़ी चुनौती है। इससे मच्छरों को पकड़कर दवाओं के असर का आंकलन करने का कार्य तो प्रभावित होता है। यही नहीं वर्तमान समय में कार्यरत कर्मचारियों पर कार्य का अतिरिक्त बोझ पड़ता है। इस समस्या से फैजाबाद जिले में मच्छर नियंत्रण कार्य को अपेक्षा के अनुरूप गति नहीं मिल पा रही है।

जिले की आबादी बढ़ने के साथ ही मच्छर नियंत्रण से संबंधित विभागों खास तौर से मलेरिया एवं फाइलेरिया में कर्मचारियों की संख्या में इजाफा नहीं किया गया। इससे पूरे जिले में मच्छरजनित बीमारियों के रोकथाम की बात बेमानी है। यही कारण है कि दोनों विभागों की गतिविधियां केवल शहरी इलाकों तक ही सीमित हैं।

आइए, एक नजर डालते हैं मलेरिया विभाग पर। इसमें सहायक मलेरिया अधिकारी के दोनों पर रिक्त हैं, इससे इकलौते जिला मलेरिया अधिकारी को पांच तहसीलों की दौड़ लगानी पड़ी हैं। कभी सीएमओ के स्तर पर मी¨टग तो कभी राज्य मुख्यालय पर मी¨टग! ऐसे में सहयोगी स्टाफ की कमी अखरने लगती है। इसके अलावा सीनियर फील्ड वर्कर का भी पद रिक्त है। यही हाल फाइलेरिया नियंत्रण विभाग का भी है। यहां जिला फाइलेरिया अधिकारी के अलावा चार फाइलेरिया इंस्पेक्टर कार्यरत हैं, लेकिन लैब टेक्नीशियन के दो में एक, कीट संग्रहकर्ता के चार में तीन, सुपीरियर फील्ड वर्कर के छह में तीन, फील्ड वर्कर के 31 में 10 पद रिक्त है। इसके अलावा चालक, अर्दली, चौकीदार की तैनाती नहीं है।

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