कहीं गायब थे चिकित्सक तो कहीं व्यवस्था ध्वस्त

पूराबाजार (अयोध्या) : पिछले वर्ष कायाकल्प' के तहत मंडल में प्रथम व सूबे में दसवां स्थान अर्जित करने वाले सीएचसी पूराबाजार की मौजूदा हालात बदतर हो गई है। डॉक्टर, नर्स व कर्मचारियों की 63 सदस्यीय फौज है, परंतु 50 प्रतिशत आमतौर पर अनुपस्थित रहते हैं। उपस्थिति पंजिका इसकी साक्षी है। बुधवार को सवा दस बजे अधीक्षक कक्ष खाली था। ओपीडी कक्ष में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रंजीत वर्मा मरीजों से घिरे थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 11:56 PM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 11:56 PM (IST)
कहीं गायब थे चिकित्सक तो कहीं व्यवस्था ध्वस्त
कहीं गायब थे चिकित्सक तो कहीं व्यवस्था ध्वस्त

पूराबाजार (अयोध्या) : पिछले वर्ष कायाकल्प' के तहत मंडल में प्रथम व सूबे में दसवां स्थान अर्जित करने वाले सीएचसी पूराबाजार की मौजूदा हालात बदतर हो गई है। डॉक्टर, नर्स व कर्मचारियों की 63 सदस्यीय फौज है, परंतु 50 प्रतिशत आमतौर पर अनुपस्थित रहते हैं। उपस्थिति पंजिका इसकी साक्षी है।

बुधवार को सवा दस बजे अधीक्षक कक्ष खाली था। ओपीडी कक्ष में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रंजीत वर्मा मरीजों से घिरे थे। डॉ. प्रेमनाथ एवं एकमात्र स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्मिता मिश्रा भी मरीजों का इलाज कर रही थीं। मंजू, शीला, ममता और सुदामादेवी ने शिकायत की, यहां न सुविधा है और न ही दवा उपलब्ध है। बृजेश वर्मा, नंदकिशोर ¨सह, ममता ¨सह, शकीलाबानो, जूही ¨सह एवं राजेश ¨सह ने डॉक्टरों के अधिकतर अनुपस्थित रहने की शिकायत की और कहा, बाहर से दवा खरीदना हमारी मजबूरी है। 30 बेड की इस सीएचसी के इनडोर में ताला लगा था। सफाई व्यवस्था बेहाल थी। ----------------------

साढ़े दस बजे तक नहीं पहुंचे अधीक्षक

मसौधा: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मसौधा में साढ़े दस बजे तक अधीक्षक नहीं पहुंचे। वे फील्ड में बताए गए, जबकि डॉ. बहार गुप्ता मरीजों का इलाज कर रही थीं। मवई, मिल्कीपुर, गोसाईंगंज सीएचसी में चिकित्सका समय से उपस्थित थे। ------------------------ संविदा चिकित्सक कई दिनों से गायब

रामपुरभगन : सवा दस बजे सीएचसी तारुन में अधीक्षक डॉ. वेदप्रकाश त्रिपाठी एवं एलोपैथिक चिकित्सक डॉ. कुलदीप चौधरी मौजूद थे। संविदा पर तैनात एलोपैथिक चिकित्सक डॉ. पीके शुक्ल छुट्टी पर बताए गए। दो आयुष चिकित्सक डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. वीपी ¨सह सहित डेंटिस्ट डॉ. हर्ष गुप्त सहित पांच संविदा चिकित्साकर्मी फील्ड में बताए गए। संविदा पर तैनात आयुष चिकित्सक डॉ. राजकुमारी कई दिन से गैरहाजिर मिली। दो साल से नहीं हैं डॉक्टर

हैदरगंज: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगंज में दो साल से चिकित्सका ही तैनात नहीं हैं। 10.10 बजे फार्मासिस्ट आरसी पांडेय समेत सभी कर्मचारी मौजूद थे। यहां साफ-सफाई व दवा का अभाव खटक रहा था। पीएचसी पछियाना में भी डॉक्टर की तैनाती अर्से से नहीं है। जांच के लिए पहुंचे एसीएमओ

सोहावल : पौने 11 बजे अधीक्षक डॉ. अवधेश ¨सह, डॉ. फिरोज और डॉ. अनिल कुमार ¨सह मरीजों का इलाज कर रहे थे। इसी बीच मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरिओम श्रीवास्तव के निर्देश पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एके ¨सह जांच के लिए पहुंचे। उन्होंने अधीक्षक से अस्पताल की व्यवस्था और दवा की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने एक मरीज की पर्ची पर कोई दवा न होने की बात लिखने वाले चिकित्सक डॉ. इंद्रभान विश्वकर्मा से काफी देर तक पूछताछ की। अधीक्षक ने बताया कि हमेशा ऑक्सीजन से भरा सिलेंडर रखा रहता है। करीब घंटा भर तक जांच करने के बाद एसीएमओ जिला मुख्यालय रवाना हो गए।

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