अधिवक्ता कल्याण निधि के ढाई सौ करोड़ अवमुक्त करे सरकार-जानकी शरण

फैजाबाद बार एसोसिएशन के पदभार समारोह में यूपी बार कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष जानकी शरण पांडेय ने प्रदेश सरकार से अधिवक्ता कल्याण निधि के ढाई सौ करोड़ रुपये अवमुक्त करने की रखी मांग.

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 10:27 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 10:27 PM (IST)
अधिवक्ता कल्याण निधि के ढाई सौ करोड़ अवमुक्त करे सरकार-जानकी शरण
अधिवक्ता कल्याण निधि के ढाई सौ करोड़ अवमुक्त करे सरकार-जानकी शरण

अयोध्या : यूपी बार कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष जानकी शरण पांडेय ने प्रदेश सरकार से अधिवक्ता कल्याण निधि के ढाई सौ करोड़ रुपये अवमुक्त करने की मांग की है। उन्होंने कोरोना संकट के दौरान संकटग्रस्त अधिवक्ताओं की मदद ना किए जाने पर केंद्र व प्रदेश सरकार की आलोचना की। बताया यूपी बार कौंसिल ने प्रदेश के अधिवक्ताओं को 10 करोड़ 58 लाख रुपये की सहायता अपने स्त्रोतों से दी।

प्रदेश अध्यक्ष शुक्रवार को फैजाबाद बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के पदभार समारोह में मुख्य अतिथि थे। समारोह में सहअध्यक्षों प्रशांत सिंह अटल, जयनारायण पांडेय, जिला जज ज्ञान प्रकाश तिवारी, अपर महाधिवक्ता मदन मोहन पांडेय, यूपी बार कौंसिल सदस्य राकेश पाठक, इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्टैंडिग कौंसिल पंकजधीर सिंह राना, विधायक इंद्रप्रताप तिवारी उर्फ खब्बू व अन्य ने भी शिरकत की। फैजाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र त्रिपाठी व एल्डर्स कमेटी के अध्यक्ष कृपालचंद खरे व मंत्री धनुष जी श्रीवास्तव ने अन्य पदाधिकारियों के साथ मेहमानों का स्वागत किया। मंचासीन सभी प्रमुख लोगों को शाल व देव चित्र भेंट किया। प्रशांत सिंह अटल ने अलग से निजी तौर पर जिले के कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं का स्वागत किया।

वकालतखाना स्थित आचार्य नरेंद्रदेव सभागा में कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन व सरस्वती वंदना से हुई। समारोह की कुछ परंपराएं बदल गईं। मंच पर पहले निवर्तमान अध्यक्ष विजय बहादुर सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों को बैठाया गया। सभी पदाधिकारियों ने अपने-अपने समकक्ष को माल्यार्पण कर पदभार सौंपा। इसके बाद नए अध्यक्ष योगेंद्र त्रिपाठी व महामंत्री धनुषजी श्रीवास्तव मंचासीन हुए। जानकी शरण पांडेय ने अधिवक्ताओं से अपील की कि वे 5100 रुपये जमा करके ट्रस्ट कमेटी के सदस्य जरूर बनें। सर्टिफिकेट ऑफ प्रैक्टिस जरूर प्राप्त कर लें, जल्द ही इसके बगैर वकालत संभव नहीं होगी। वकालतखाना के लिए ई-लाइब्रेरी की व्यवस्था तत्काल कराने को कहा।

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बीमारी पर अब मिलेगी 25 हजार रुपये की सहायता-

प्रशांत सिंह अटल ने बताया कि यूपी बार कौंसिल में अधिवक्ता पंजीयन के लिए मूल मार्कशीट की व्यवस्था समाप्त करके स्वप्रमाणित फोटोस्टेट का नियम बना दिया गया है। अधिवक्ता की बीमारी पर मिलने वाली सहायता 10 से बढ़ा कर 25 हजार कर दी गई है। कोरोना संक्रमित अधिवक्ता को सहायता के लिए मेडिकल प्रमाणपत्र के साथ सादे कागज पर ही आवेदन पर्याप्त है। 60 साल की उम्र तक अधिवक्ता की मृत्यु पर दी जाने वाली पांच लाख की सहायता योजना में उम्र सीमा 70 साल कर दी गई है।

-------वकालत है पवित्र कार्य-

जिला जज ज्ञान प्रकाश तिवारी ने कहा कि वकालत जीविकोपार्जन का पेशा नहीं, बल्कि पवित्र कार्य है, जिससे पीड़ित को सहायता दिलाई जाती है। न्यायिक अधिकारी तो एक इकाई हैं, लेकिन अधिवक्ता स्वयं में संस्था हैं। कार्य पद्धति को लेकर उन्होंने कहा कि फैजाबाद के अधिवक्ताओं में यह प्रवृत्ति अन्य जिलों की अपेक्षा अधिक है। कार्यक्रम के समापन भाषण में अध्यक्ष ने कहा कि वह अधिवक्ताओं के सम्मान की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। यदि किसी अधिवक्ता की समस्या है, तो उसका निराकरण जरूर कराया जाएगा।

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चित्रों पर माल्यार्पण

अयोध्या : आचार्य नरेंद्रदेव सभागार में महात्मा गांधी, आचार्य नरेंद्रदेव व अन्य महापुरुषों के चित्रों को करीने से रखा गया था और सभी पर माल्यार्पण भी किया गया। कई चित्र दिवगंत वरिष्ठ अधिवक्ताओं के भी शामिल रहे।

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