चिकित्सक पांच! पर चार माह में महज 41 डिलीवरी
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अयोध्या : अगर संस्थागत प्रसव को लेकर उदासीनता का नजारा देखना हो तो मंडलीय संयुक्त चिकित्सालय दर्शननगर चले आइए। प्रसव के मामले में इस अस्पताल का ग्राफ महिला अस्पताल से 40 पायदान नीचे है। यहां बीते चार माह में महज 41 प्रसव कराए गए हैं, जबकि इसी अवधि में जिला महिला अस्पताल में प्रसव की संख्या 1611 है। यह हाल तब है, जब यहां पांच स्त्री रोग विशेषज्ञ, अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर समेत पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं।
बीते 29 मार्च 2016 को दर्शननगर में शुरू हुए सौ शैय्या के संयुक्त मंडलीय अस्पताल अयोध्या में कुल पांच स्त्री रोग विशेषज्ञों की तैनाती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में डॉ. अर¨वद ¨सह, डॉ. आराधना, एमएस गायनी डॉ. कृतिका शशांक वर्मा, डॉ. ज्योत्सना व एमबीबीएस डॉ. फातिमा की तैनाती है, जबकि बेहोशी के चिकित्सक भी यहां उपलब्ध हैं। बावजूद इसके, बीते चार माह में मात्र 41 प्रसव ही कराए गए है। इसमें नार्मल प्रसव इकाई में हैं। जानकारों का कहना है कि यहां मानक के अनुरूप सामान्य प्रसव व सीजेरियन होने लगे तो महिला अस्पताल पर लोड भी कम हो जाए और महिलाओं को बेहतर सेवाएं मिलने लगें। ------------------- नहीं शुरू हो सकीं इमरजेंसी सेवाएं -संयुक्त मंडलीय अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं भी अब तक संचालित नहीं हो सकी हैं, जबकि यहां चिकित्सकों की संख्या भी पर्याप्त है। निगरानी के अभी में ज्यादातर चिकित्सक देर से पहुंचते हैं और कार्य की कमी के कारण जल्दी निकल लेते हैं। मेडिकोलीगल को लेकर भी यहां तैनात चिकित्सकों में उदासीनता दिखती है।
----------------------- आउटसोर्सिंग के तहत तैनात स्टाफ नर्स प्रशिक्षित नहीं हैं। इसकी वजह से सामान्य प्रसव की शुरुआत नहीं हो पा रही है। बेहोशी चिकित्सक डेढ़ माह तक अवकाश पर थे। इस वजह से सीजर आपरेशन भी नहीं हो सका। शीघ्र ही स्थिति सामान्य होगी।
-डॉ. घनश्याम ¨सह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक