Ayodhya Case Verdict : फैसले की घड़ी आते ही रामनगरी की धड़कनें तेज, बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक

Ayodhya में सुरक्षा के अभेद्य इंतजाम पहले से ही थे रात को नए सिरे से हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 08 Nov 2019 11:35 PM (IST) Updated:Sat, 09 Nov 2019 12:12 AM (IST)
Ayodhya Case Verdict : फैसले की घड़ी आते ही रामनगरी की धड़कनें तेज, बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक
Ayodhya Case Verdict : फैसले की घड़ी आते ही रामनगरी की धड़कनें तेज, बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक

अयोध्या, जेएनएन। फैसले की तारीख घोषित होते ही रामनगरी की धड़कनें तेज हो गईं। सुरक्षा के अभेद्य इंतजाम पहले से ही थे, रात को नए सिरे से हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। अयोध्या में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। कार्तिक मेला को लेकर अयोध्या में मौजूद श्रद्धालुओं को रामनगरी से सुरक्षित उनके गंतव्य वापस भेजने का निर्देश हैं। आवश्यक हुआ तो अयोध्या की ओर यातायात भी प्रतिबंधित किया जा सकता है, लेकिन अभी इसे लेकर कोई घोषणा नहीं हुई है।

आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए रात में ही आला अफसरों की बैठक हो रही थी। इसी बीच फैसले का एलान हो गया, जिसके तुरंत बाद सिक्योरिटी प्लान लागू कर दिया गया है। इसकी पुष्टि मंडलायुक्त मनोज मिश्र ने की। ड्यूटी पर लगे सभी अधिकारियों को निरंतर गश्त पर रहने को कहा गया है। मंडलायुक्त ने बताया कि बैठक में फैसले के उपरांत अयोध्या के हालात को लेकर चर्चा हुई। अयोध्या में बड़ी संख्या में अभी श्रद्धालु मौजूद हैं। उन्हें सुरक्षित अयोध्या से भेजने के इंतजाम किए जा रहे हैं। रेलवे से भी इस मामले में सहयोग लिया जा रहा है।

रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जगतोष शुक्ला ने बताया कि अयोध्या प्रशासन का रेलवे पूरी तरह से सहयोग करेगी। एडीजी ने अयोध्या की सीमा पर लगाए गए सभी मोर्चों को तत्काल प्रभाव से सक्रिय करने का निर्देश दिया है। निर्देश है कि भीड़ को किसी भी स्थिति में अयोध्या की सीमा में प्रवेश न दिया जाए। जिले में बनाई गई सभी 12 अस्थायी जेलों को भी सक्रिय कर दिया गया है।

हालांकि, बुधवार की रात मुख्यमंत्री की वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद उच्चाधिकारियों ने रामनगरी में सुरक्षा व निगरानी बढ़ा दी थी। अधिग्रहीत परिसर की ओर जाने वाली गलियों को बंद कर दिया गया है। शुक्रवार की रात फैसले की तारीख साफ होते ही रामनगरी की सुरक्षा व निगरानी व्यवस्था में इजाफा कर दिया गया है। कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में मंडलायुक्त मनोज मिश्र, आइजी रेंज डॉ. संजीव गुप्त, डीएम अनुज झा, एसएसपी आशीष तिवारी सहित पुलिस, पीएसी, इंटेलीजेंस, पैरामिलिट्री फोर्स के अधिकारी शामिल रहे। कलेक्ट्रेट में अयोध्या की सुरक्षा को लेकर शीर्ष अधिकारियों के बीच मंथन जारी है। अयोध्या में भी सुरक्षा को और बढ़ा दिया गया है।

ट्रेन से सर्वाधिक भीड़ अयोध्या की ओर आने का इनपुट है, इसलिए रेलवे से समन्वय भी कायम कर लिया गया है। मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी और मंडलायुक्त मनोज मिश्र के बीच इस सिलसिले में पहले ही वार्ता हो चुकी है। प्रशासन और रेलवे मिलकर अयोध्या की ओर रुख करने वाले असामाजिक तत्वों को रोकने का काम करेंगे। डीआरएम की ओर से स्थानीय रेल अधिकारियों को निर्देश भी जारी किया गया है, जिसमें रेलवे अस्पताल के भीतर दवाओं के पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है।

रेल पथ की पेट्रोलिंग बढ़ाने और गश्ती दल को निरंतर निगरानी कराने का निर्देश दिया गया है। स्थानीय स्तर पर सहायक मंडल अभियंता रवि विक्रम सिंह और वाणिज्य निरीक्षक अजय सिंह प्रशासन के सहयोग में रहेंगे। रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जगतोष शुक्ल ने बताया कि रेलवे की ओर से स्टॉफ भी अयोध्या के लिए दिया जा रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि ट्रेनों के संचालन पर असर न पड़े। फैसला आ जाने के बाद की स्थितियों के बाद हालत जैसे होंगे उसी मुताबिक योजना में बदलाव किया जाएगा।

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