अविवि करेगा देश के नामीे शोध संस्थानों से अनुबंध

फैजाबाद : डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन की कोशिशें यदि परवान चढ़ीं तो यहा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Aug 2017 12:09 AM (IST) Updated:Mon, 21 Aug 2017 12:09 AM (IST)
अविवि करेगा देश के नामीे शोध संस्थानों से अनुबंध
अविवि करेगा देश के नामीे शोध संस्थानों से अनुबंध

फैजाबाद : डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन की कोशिशें यदि परवान चढ़ीं तो यहां के शोधार्थियों को प्रदेश व देश की नामचीन प्रयोगशालाओं में शोध कार्य करने का मौका मिलेगा। कुलपति प्रो.मनोज दीक्षित के निर्देश के बाद इसके लिए प्रयास भी शुरू हो गया है। प्रथम चरण में प्रदेश की नामी शोध संस्थाओं से मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैं¨डग करने का प्रारूप भी तैयार कर लिया गया है। इसके पूरा होते ही लाइफ साइंस विभागों के छात्र-छात्राओं को शोध में लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

लाइफ साइंस के अंतर्गत माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट व पर्यावरण विज्ञान की पढ़ाई होती है। गत कुछ वर्षों से अपेक्षा के अनुरूप शोध का परिणाम नहीं मिल पा रहा है। पिछले तीन वर्षाें में तो केमिकल की किल्लत की वजह से शोध कार्य बंद प्राय है। वीसी प्रो.मनोज दीक्षित के आगमन के बाद विवि में शैक्षणिक वातावरण सृजित की उम्मीद जगी है। इसी क्रम में शोध की गुणवत्ता के लिए वीसी ने विशिष्ट रिसर्च लैबोरेटरी से मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टै¨डग करने का निर्देश दिया। इसका जिम्मा पर्यावरण विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जसवंत सिह को दिया गया है। प्रो. ¨सह ने इस दिशा में कार्य भी प्रारंभ कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि पहले चरण में लखनऊ की एनबीआरआइ (नेशनल बटानिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट लखनऊ), सीमैप (केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान), मैंगों रिसर्च सेंटर सरीखे 20-21 नामी लैब से समझौता किया जाएगा। बताया कि इस समझौते के बाद दोनों संस्थानों के शोध व सामान्य छात्र एक-दूसरे केंद्र पर जाकर शोध में हिस्सा ले सकेंगे। विवि के अन्य विभाग को भी वीसी की तरफ से समझौता करने के निर्देश दिए गए हैं।

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