अच्छा शोध पेटेंट के जरिए दिलाएगा वैश्विक पहचान

अयोध्या अवध विवि के इंजीनियरिग कॉलेज में दो दिनी अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में पांच सत्रों में 30 शोधपत्र प्रस्तुत हुए। दूसरे दिन भी स्मार्ट इनोवेशन इन कम्युनिकेशन एंड कंप्यूटेशनल साइंस विषय पर मंथन हुआ। इस मौके पर आइटी लखनऊ के उपाचार्य डॉ. उपेंद्र ने बताया कि तकनीक और उसके एप्लीकेशन में व्यापक बदलाव की वजह से इसे स्मार्ट कहा जाने लगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 10:55 PM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 06:08 AM (IST)
अच्छा शोध पेटेंट के जरिए दिलाएगा वैश्विक पहचान
अच्छा शोध पेटेंट के जरिए दिलाएगा वैश्विक पहचान

अयोध्या: अवध विवि के इंजीनियरिग कॉलेज में दो दिनी अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में पांच सत्रों में 30 शोधपत्र प्रस्तुत हुए। दूसरे दिन भी स्मार्ट इनोवेशन इन कम्युनिकेशन एंड कंप्यूटेशनल साइंस विषय पर मंथन हुआ। इस मौके पर आइटी लखनऊ के उपाचार्य डॉ. उपेंद्र ने बताया कि तकनीक और उसके एप्लीकेशन में व्यापक बदलाव की वजह से इसे स्मार्ट कहा जाने लगा। कहा कि शोध अच्छा होता तो उसे पेटेंट कराकर विश्व में न सिर्फ नाम कमाया जा सकता है बल्कि सराहना भी मिलेगी। डॉ. शुभम सिंह ने कहा कि इंडस्ट्री में शोध की अपार संभावना है। उन्होंने आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस डीप लर्निंग एवं मशीन लर्निंग जैसे विषयों की प्रासंगिकता शोधार्थियों को बताई। अमेठी के डॉ. अनुराग सिंह ने कहा कि शोधार्थियों के लिए हर क्षेत्र में संभावना के द्वार खुल रहे हैं। इंजीनियरिग कॉलेज के निदेशक प्रो.रमापति मिश्र ने सोलर एनर्जी शोध के बारे में जानकारी दी। बताया कि सोलर एनर्जी का 30 फीसद ही उपयोग होता है। उन्होंने रेडिएशन पर चर्चा की। उन्होंने फियर स्किकोलॉजी की चर्चा की। कहा कि इसमें हमेशा मोबाइल की घंटी बजने का भ्रम होता है। उन्होंने इसके निदान की शीघ्र आवश्यकता जताई, कहा कि अन्यथा यह गंभीर हो जाती है। संचालन अमितेश पंडित व आस्था सिंह ने किया। विनीत सिंह ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर संस्थान डॉ. प्रियंका, डॉ. सुधीर, डॉ. महिमा, डॉ.बृजेश भारद्वाज, अभिनव, पारितोष, परिमल त्रिपाठी, रमेश मिश्र समरेंद्र प्रताप सिंह मौजूद रहे।

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