इंतजार खत्म, आज से कीजिए मंदिर में भगवान के दर्शन

कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए बीते 24 मार्च से जनपद के सभी प्रमुख धार्मिक स्थल बंद हैं। अनलॉक-1 में आगामी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Jun 2020 10:46 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2020 06:06 AM (IST)
इंतजार खत्म, आज से कीजिए मंदिर में भगवान के दर्शन
इंतजार खत्म, आज से कीजिए मंदिर में भगवान के दर्शन

जागरण संवाददाता, इटावा : कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए बीते 24 मार्च से जनपद के सभी प्रमुख धार्मिक स्थल बंद हैं। अनलॉक-1 में आज से नियमों का पालन करते हुए धार्मिक स्थल खोलने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। इससे जनपद के प्रख्यात सिद्ध स्थल माने जाने वाले मंदिर, मस्जिद, दरगाह तथा गुरुद्वारों में साफ सफाई शुरू हो गई है। कुछ स्थलों पर सजावट भी की जा रही है। ढाई माह बाद श्रद्धालु श्रद्धास्थल पर जाकर दर्शन करना शुरू कर देंगे।

धार्मिक स्थलों को खोले जाने के निर्णय से हर वर्ग के श्रद्धालुओं में खुशी की लहर छा गई है, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जो नियम निर्धारित किए गए है उससे अधिकांश श्रद्धालुओं के ही नहीं अपितु धार्मिक स्थलों के संचालकों में भी मन में खिन्नता का भाव भर गया है। शारीरिक दूरी तथा चेहरों पर मास्क लगाने के साथ प्रसाद, फल-फूल भी अर्पित नहीं कर सकते तथा धार्मिक स्थल की वस्तुओं और दीवारों तक स्पर्श वर्जित कर दिया गया हे। इस सब के बावजूद अधिकांश श्रद्धालुओं के मन में धार्मिक स्थलों पर जाकर इबादत-पूजापाठ करने की श्रद्धा हिलोरे भर रही है। इसके तहत धार्मिक स्थलों पर स्वच्छता और सजावट तेजी से कराई जा रही है। नीलकंठ मंदिर समिति के कोषाघ्यक्ष राजेश बाजपेई, पिलुआ श्रीहनुमान गढ़ी के महंत बाबा हरभजनदास महाराज, प्राचीन शिव मंदिर ईदगाह चौराहा महंत भुवनेश्वर मिश्र सहित अन्य कई मंदिरों के महंत तथा संचालकों ने बताया कि नियमों के अनुरूप मंदिर खोलकर श्रद्धालुओं का दूर से दर्शन कराए जाएंगे।

श्री साईं बाबा मंदिर, चर्च नहीं खुलेगा

श्री साईं संस्थान न्यास कचौरा रोड के सचिव श्रीनिवास वर्मा ने बताया 8 जून से मंदिर नहीं खोला जाएगा। जिला और देश स्तर पर कोरोना संक्रमितों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। इससे शिरडी साईं धाम से मिले निर्देश के तहत न्यास की बैठक करके यह निर्णय लिया गया है। आगामी 15 जून को फिर बैठक होगी उसमें शिरडी धाम से जो निर्देश मिलेंगे उसी के अनुरूप निर्णय होगा। एसडीएम सदर सिद्धार्थ ने बताया कि चर्च के द्वारा अभी अपनी तरफ से बंद रखने का ऐलान किया गया है। सभी लोगों से घर पर ही प्रार्थना करने को कहा गया है।

मस्जिदों में हुई साफ-सफाई

शहर की करीब 70 मस्जिदों में भी साफ-सफाई का दौर चल रहा हे। नौरंगाबाद की शाही मस्जिद में स्वच्छता का कार्य पूर्व चेयरमैन हाजी फुरकान अहमद अपने निर्देशन में कराते नजर आए। उनका कहना कि प्रशासन जो नियमावली प्रदान करेगा उसी के अनुरूप में मस्जिदों में इबादत होगी। इसके तहत मस्जिदों में तैयारियां चल रही है। नमाजी अपना सामान लेकर आएं।

धार्मिक स्थलों से जुड़े लोगों की रोजी-रोटी पर संकट

शहर और देहात में हिदू-मुस्लिम दोनों वर्ग के कई धार्मिक स्थलों से जुड़े लोगों की रोजी-रोटी पर बीते ढाई माह से संकट छाया हुआ है। शासन ने धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत तो दी लेकिन शर्तें ऐसी लगा दीं जिससें इनसे जुड़े लोगों व उनके स्वजनों का संकट दूर नहीं होगा। कई स्थलों से तो काफी संख्या में लोग हलवाई, माली और सेवादारी से जुड़े हुए हैं। इनके परिवार की आजीविका धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं से जुड़ी हुई है। मां काली बांह मंदिर पर हर रविवार को भंडारा के माध्यम से काफी संख्या में लोगों को प्रसाद रूपी भोजन प्राप्त होता था तो इससे जुड़े हलवाईयों, सब्जी, दोना-पत्तल वालों को भी रोजगार मिला हुआ था। यह बानगी तो शहर के सिद्ध स्थल कहे जाने वाले मंदिर की इसी तरह अन्य कई धार्मिक स्थल हैं जिन पर हर सप्ताह कोई न कोई ऐसा आयोजन होता ही रहता था। कोविड-19 महामारी से बचाव के तहत इन सभी की आजीविका पर संकट छाया हुआ है।

शहर के प्रख्यात धार्मिक स्थल

-शहर के पश्चिमी किनारे मां काली बांह मंदिर

- शहर के दक्षिणी किनारे नीलकंठ महादेव मंदिर

- ईदगाह चौराहा के पास प्राचीन शिव मंदिर

- प्रधान डाकघर के सामने संकट मोचन मंदिर

- कटरा सेवाकली हनुमान मंदिर

- फ्रेंड्स कालोनी ज्ञान मंदिर

- जेल रोड सैय्यद बाबा मजार

- ग्रामीण क्षेत्र में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल

- मां काली माता मंदिर लखना

- मां ब्रह्माणी देवी मंदिर बलरई

- पिलुआ हनुमान गढ़ी रूरा

- हजारी महादेव मंदिर सरसईनावर

- महा कालेश्वर मंदिर पचनदा

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