¨सचाई के लिए हो रही 10 रुपये घंटा वसूली

संवाद सहयोगी, भरथना : देश की आजादी के 70 साल बीतने के बावजूद कंधेसी पचार गांव में कुछ लोग

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Feb 2018 06:44 PM (IST) Updated:Tue, 27 Feb 2018 06:44 PM (IST)
¨सचाई के लिए हो रही 10 रुपये घंटा वसूली
¨सचाई के लिए हो रही 10 रुपये घंटा वसूली

संवाद सहयोगी, भरथना : देश की आजादी के 70 साल बीतने के बावजूद कंधेसी पचार गांव में कुछ लोग तालाब पर कब्जा कर उसके पानी से खेती की ¨सचाई के लिए किसानों से 10 रुपये प्रति घंटा वसूलते हैं। यह प्रभावशाली मंदिर तथा विद्यालय को जाने वाली सड़क का भी निर्माण नहीं होने दे रहे।

प्रदेश सरकार द्वारा गांव में स्थित तालाबों से अतिक्रमण एवं अवैध कब्जे हटवाने का भले ही अभियान चलाया जा रहा हो, लेकिन भरथना विकास खंड के अंर्तगत रेलवे लाइन के किनारे बसे गांव कंधेसी पचार में आज भी दबंगों का शासन चलता है। यह गांव तहसील से मात्र आधा किलोमीटर दूर स्थित है जहां पर इसी महीने डीएम सेल्वा कुमारी जे ग्रामीणों की समस्या सुनने पहुंची हुईं थी। ग्रामीणों ने उन्हें समस्याओं से अवगत कराया था, लेकिन समस्याओं का अभी तक निदान नहीं हो सका है।

4 हजार की आबादी वाले ब्राह्मण एवं दलित बहुल इस गांव में मंदिर एवं प्राथमिक विद्यालय की ओर जाने वाली सड़कों का निर्माण भी दबंग नहीं होने दे रहे हैं। गांव से सटे हुए व रेलवे लाइन के किनारे बसे हुए अल्पसंख्यकों के नगला का बरसात में बुरा हाल हो जाता है जिसकी ओर जाने वाले खड़ंजा पर बरसात में पानी में भर जाता है।

क्या कहते हैं ग्रामीण

उमेश चंद्र का कहना है कि उनके पिता 6 महीने पहले नौकरी से रिटायर हो चुके हैं। उमेश के दो बच्चे हैं जो अलग-अलग रहते हैं। राशन कार्ड बनवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं, लेकिन उनके राशन कार्ड अब तक नहीं बनाए गए।

सतीश कुमार ने बताया कि गांव के बीच स्थित प्राथमिक विद्यालय के निकट तालाब पर दबंग कब्जा किए हुए हैं। ये लोग सड़कों का भी निर्माण नहीं होने दे रहे हैं जो काफी समय से अधूरी पड़ी हुईं हैं।

रामकली पत्नी किशनलाल का कहना है कि उनका मकान कच्चा है जिसकी मरम्मत के लिए तालाब से मिट्टी लेने से दबंग मना करते हैं।

प्रेम किशोर शुक्ला का कहना है कि तालाब के आस-पास उनकी खेती है। जब ¨सचाई के लिए पानी की आवश्यकता पड़ती है तब दबंग इस तालाब से ¨सचाई करने पर पानी का 10 रुपये प्रति घंटा वसूल करते हैं।

हबूब खां ने बताया कि अल्पसंख्यकों के नगला को जाने वाले ईंटों के खड़ंजा एवं कच्चे मार्ग पर बरसात में पानी भर जाता है जिससे आने-जाने में अत्यधिक परेशानी होती है।

प्रधान कहिन

प्रधान विनीता शुक्ला ने बताया कि उक्त तालाब एवं सड़कों की समस्या गांव में इसी महीने आई। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे को इससे अवगत कराया गया था तो उन्होंने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था, परंतु अभी तक समाधान किया नहीं गया। किसानों की शिकायत को जल्द दूर किया जाएगा।

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