प्रकृति चित्रण केंद्र देगा वन्य जीवों से संबंधित जानकारी

जागरण संवाददाता इटावा इटावा सफारी पार्क में 90 लाख की लागत से प्रकृति चित्रण केंद्र तैयार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:15 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 07:16 PM (IST)
प्रकृति चित्रण केंद्र देगा वन्य जीवों से संबंधित जानकारी
प्रकृति चित्रण केंद्र देगा वन्य जीवों से संबंधित जानकारी

जागरण संवाददाता, इटावा : इटावा सफारी पार्क में 90 लाख की लागत से प्रकृति चित्रण केंद्र तैयार किया गया है। इसके लिए शासन ने अनुमति पहले ही दे दी थी। इस केंद्र में वन्यजीवों के विकास, उनके विभिन्न प्रकार के आकार प्रकार व वन्य जीवों की प्रजातियों के बारे में जानकारियां दी जाएंगी। सफारी पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए यह महत्वपूर्ण केंद्र होगा। इस केंद्र को कोरोना काल के बाद कभी भी शुरू किया जा सकता है। कार्यदायी संस्था आवास विकास परिषद ने सफारी पार्क प्रशासन को इसे हस्तांतरित भी कर दिया है। सफारी का आकर्षण बढ़ाने के लिए यहां पर प्रकृति चित्रण केंद्र बनाया गया है। इसमें जैव विविधता को दर्शाने के साथ-साथ अन्य आकृतियां भी बनाई गई हैं जिससे यह केंद्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। कोरोना काल से पहले ही इसे खोलने की तैयारी थी लेकिन उद्घाटन न हो पाने के कारण अब इसे टाल दिया गया है। अब इसे कोरोना काल के बाद खोला जाएगा। इटावा सफारी पार्क में गेट से प्रवेश करते ही ईको पर्यटन केंद्र पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां पर आने वाले पर्यटक बहुत सारा समय ईको पर्यटन केंद्र में गुजारते हैं। अब यह प्रकृति चित्रण केंद्र ईको पर्यटन केंद्र के आकर्षण को और बढ़ाएगा। यहां पर प्रकृति चित्रण के माध्यम से पर्यटकों को प्रकृति के करीब ले जाया जाएगा। विभिन्न प्रकार के वन्य जीवों, पशु-पक्षियों आदि के बारे में यहां पर विस्तार से जानकारी दी जाएगी। सफारी के एक बड़े हॉल में इनको डिस्प्ले किया जाएगा जहां पर न केवल जैव विविधता के बारे में आने वाले पर्यटकों को जानकारी मिलेगी बल्कि देश विदेश के वन्य जीवों व उनकी प्रजातियों के बारे में भी संपूर्ण जानकारी मिलेगी। सफारी पार्क में मौजूद वन्य जीवों का पूरा इतिहास भी एक बुकलेट के माध्यम से भी पर्यटकों को मिलेगा। इसके साथ-साथ वन्य जीवों व पक्षियों का संरक्षण कैसे हो यह भी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। सेंसर से आवाजें निकालेंगे वन्य जीव पर्यटकों को वन्य जीवों की आवाजें पहचानने के लिए सेंसर लगाए गए हैं। इनमें विभिन्न प्रकार की चिड़िया, शेर, मोर, सारस जैसे वन्य जीव शामिल हैं। जिनके पास आने पर यह आवाजें निकालेंगे और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे। केंद्र में सफारी पार्क की संपूर्ण व्याख्या के साथ-साथ प्रदेश की अन्य सैक्चुअरी, बायो डायवर्सिटी पार्क के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इटावा सफारी पार्क में प्रकृति चित्रण केंद्र को तैयार कर लिया गया है। इसको खोले जाने की तैयारी है। कोरोना काल के बाद परिस्थितियां अनुकूल होते ही जल्द ही इसे खोल दिया जाएगा। वन्य जीवों की जानकारी यहां पर पर्यावरण प्रेमियों को मिल सकेगी।

केके सिंह, निदेशक

इटावा सफारी पार्क

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