29 माह पहले ही मुखर होने लगे थे अलगाव के स्वर, अब लाखों लोग शिवपाल के साथ

प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने अब काफी इंतजार कर लिया, अब कदम उठ गया और समाजवादी सेक्यूलर मोर्चे का गठन कर लिया गया है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 29 Aug 2018 07:02 PM (IST) Updated:Thu, 30 Aug 2018 08:09 AM (IST)
29 माह पहले ही मुखर होने लगे थे अलगाव के स्वर, अब लाखों लोग शिवपाल के साथ
29 माह पहले ही मुखर होने लगे थे अलगाव के स्वर, अब लाखों लोग शिवपाल के साथ

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने अब काफी इंतजार कर लिया, अब कदम उठ गया और समाजवादी सेक्यूलर मोर्चे का गठन कर लिया गया है।  लखनऊ से फोन पर दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने यह पूछे जाने पर कि कौन-कौन लोग उनके साथ हैं इस पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के लाखों लोग उनके साथ हैं जल्द ही सभी लोग सामने आएंगे। इनमें कई पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। धीरे-धीरे सारी स्थितियां आगे साफ होती जाएंगी। उल्लेखनीय है कि शिवपाल समर्थकों के स्वर 29 माह पहले ही मुखर होने लगे थे। मार्च 2016 में ही 'मुलायम के लोग'  संगठन  ने अपनी गतिविधियां संचालित करना शुरू कर दिया था। 

नेताजी का आशीर्वाद वे हमेशा लेते रहेंगे

शिवपाल यादव ने कहा कि सेक्यूलर मोर्चा में उन लोगों को स्थान मिलेगा जो कहीं न कहीं से समाजवादी पार्टी में उपेक्षित थे। उन्होंने दो साल तक परिवार और पार्टी को एक रखने की काफी कोशिश की है परंतु उनकी लगातार उपेक्षा हो रही थी। उन्हें पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रण नहीं दिया जा रहा था। पार्टी के वरिष्ठ नेता उनसे मिलने नहीं आते थे वे दो साल से इंतजार कर रहे थे। शिवपाल यादव ने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का आशीर्वाद वे हमेशा लेते रहेंगे। उन्होंने हमेशा उन्हें आशीर्वाद दिया है। जल्द ही प्रदेश में कई स्थानों पर बड़े सम्मेलनों का आयोजन भी किया जाएगा। सेक्यूलर मोर्चा में अगर छोटे दल उनके साथ आना चाहेंगे तो उनका स्वागत है। 

29 माह पहले अलगाव के सुर

शिवपाल ने नया मोर्चा बनाने का एलान कर दिया। हालांकि शिवपाल समर्थकों के सपा से जिले में अलग होने के स्वर 29 माह पहले ही मुखर होने लगे थे। उनके समर्थकों ने मार्च 2016 में ही 'मुलायम के लोग' नाम के संगठन का गठन कर शहर के चौगुर्जी में कार्यालय भी खोला था। पिछले विधानसभा चुनाव में शिवपाल के समर्थकों ने अपनी सारी गतिविधियां यहीं से संचालित की थीं। यही नहीं शिवपाल यादव के जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव का संचालन भी इसी कार्यालय से किया गया था। चुनाव के बाद इस संगठन की गतिविधियां थोड़ी कमजोर पड़ गई थीं। बीच-बीच में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व शिवपाल यादव के बीच बातचीत के आसार बने तो लगा कि अब मामला फिर ठीक हो जाएगा।

समर्थकों में आक्रोश था

15 अगस्त 2017 को शिवपाल समर्थकों ने नुमाइश मैदान में जनसभा का आयोजन किया था, जिसमें सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को भी आमंत्रित किया गया था। नई पार्टी की घोषणा इसी दिन होने की पूरी संभावना थी परंतु ऐन मौके पर मुलायम सिंह ने मामले को टाल दिया और परिवार में एका कराने की कोशिशों में फिर जुट गए। 29 जून 2018 को सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के जन्मदिन के मौके पर एक होटल में दोनों नेताओं के एक मंच पर आने के बाद एक बार फिर लगा कि अब सब कुछ ठीक है परंतु शिवपाल को सपा के संगठन में कोई तरजीह न मिलने के कारण उनके समर्थकों में आक्रोश था। उन पर लगातार समर्थकों का दबाव बन रहा था, जिसका जिक्र उन्होंने अपनी सभाओं व कार्यक्रमों में समय-समय पर किया। शिवपाल यादव के समर्थक संजय शुक्ला का कहना है कि समाजवादी पार्टी से जितने भी उपेक्षित लोग हैं उन्हें सेक्युलर मोर्चा से जोड़ा जाएगा। मोर्चा को हर जिले में खड़ा किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी