खेल :पशुपालन विभाग की नजर में बन गईं गोशालाएं

जागरण संवाददाता, इटावा : प्रदेश सरकार ने जनपद में 10 जनवरी तक गोशालाएं खोलने के निर्देश दि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jan 2019 10:08 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 10:08 PM (IST)
खेल :पशुपालन विभाग की नजर में बन गईं गोशालाएं
खेल :पशुपालन विभाग की नजर में बन गईं गोशालाएं

जागरण संवाददाता, इटावा : प्रदेश सरकार ने जनपद में 10 जनवरी तक गोशालाएं खोलने के निर्देश दिए थे, आदेश मिलते ही सरकारी अमला गोशालाएं बनवाने की जुगाड़ में जुट गया। सरकार की सख्ती के चलते ही पशुपालन विभाग ने जनपद में 52 गोशालाएं खोलने तथा उनमें गोवंश रखे जाने की घोषणा भी कर दी। जबकि हकीकत में कुछ स्थानों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश गोशालाओं की नींव भी नहीं रखी जा सकी है। जबकि पशु पालन विभाग ने 52 गोशालाओं में लगभग 10 हजार गायों के रहने का दावा किया है। केस-1 -

पशु पालन विभाग ने भरथना तहसील के तहत ग्राम पंचायत बैसोली घाट के चरागाह की जमीन पर गोशाला बन जाने तथा उसमें 125 नर व 145 मादा गोवंश रखने तथा 4 गोवंश के बीमार होना अपनी रिपोर्ट में दर्शाया है। जबकि हकीकत में गोशाला का नामोनिशान नहीं है। पूर्व में बैसोली व बाजूनगर के मध्य में चरागाह की जमीन पर गोशाला का निर्णय हुआ था, जो आज तक अमली जामा नहीं पहन सका है। गांव के अजय कुमार का कहना है कि इसको लेकर क्षेत्र के किसान अन्ना जानवरों को लेकर खासे परेशान हैं। केस -2 - इसी क्रम में ग्राम पंचायत अहेरीपुर तहसील भरथना का भी हाल बेहाल है। प्रशासन ने तालाब के पास गोशाला के लिए जगह का चयन किया है। जिस जगह पर भी विवाद उत्पन्न हो जाने के कारण अभी तक गोशाला क्या खंभा भी नहीं बन सका है। पशुपालन विभाग की माने तो अहेरीपुर की गोशाला में इस समय 82 नर गोवंश व 48 मादा गोवंश का रखा जाना बताया जा रहा है। अहेरीपुर की गोशाला में 3 पशु बीमार भी बताए जा रहे हैं। केस -3 नगर पालिका परिषद द्वारा शहर के दो स्थानों पर गोशाला बनाने का दावा किया गया था, लेकिन धन के अभाव में अभी तक गोशाला क्या बाउंड्री भी नहीं बन सकी है। विदित हो कि नगर पालिका परिषद ने पहली गोशाला राहतपुरा में तथा दूसरी गोशाला नई मंडी के पास बंबा के किनारे लोहिया गैस गोदाम के पास प्रस्तावित थी। अभी तक मूर्त रूप नहीं ले सकी है। पशुपालन विभाग द्वारा बसरेहर ब्लाक के ग्राम संतोषपुर उनवा में 30 नर व 40 मादा गोवंश, बढ़पुरा के मिहौली में 145 नर व 65 मादा गोवंश रखे जाने के साथ ही बकेवर देहात में 145 नर व 65 मादा गोवंश रखे जाने की सूचना दी है। जबकि हकीकत में अभी वहां पर कोई भी गोशाला तैयार नहीें की जा सकी है। क्या कहते हैं जिम्मेदार : शासन के निर्देश पर जनपद में सभी 52 गोशालाएं तैयार करा दी गई हैं। इनमें 4627 नर व 4943 मादा सहित 9772 गोवंश रखे जा रहे हैं। इनमें 152 गोवंश बीमार चल रहे हैं, उनका उपचार भी किया जा रहा है। -डा. डीके शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी

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