सहसों क्षेत्र की भूमि सेना के कार्यों में व्यापक हेराफेरी

इटावा, जागरण संवाददाता : जनपद के बीहड़ी क्षेत्र सहसों की भूमि सेना के कार्यों में व्यापक पैमाने पर हे

By Edited By: Publish:Tue, 03 May 2016 07:06 PM (IST) Updated:Tue, 03 May 2016 07:06 PM (IST)
सहसों क्षेत्र की भूमि सेना के कार्यों में व्यापक हेराफेरी

इटावा, जागरण संवाददाता : जनपद के बीहड़ी क्षेत्र सहसों की भूमि सेना के कार्यों में व्यापक पैमाने पर हेराफेरी की गई है। इसमें स्थानीय मजदूरों के बजाए बाहरी मजदूरों को दर्शाया गया है। इसके अलावा मजदूरों के भुगतान में काफी गोलमाल किया गया है। भूमि सेना के गठन और मजदूरों के भुगतान को लेकर शासनादेशों की धज्जियां उड़ाई गई हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार हर कार्य में गड़बड़ी और घोटाला है। भूमि सेना द्वारा कराए गए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तभी हकीकत सामने आयेगी।

प्रदेश सरकार ने बीहड़ क्षेत्र में भूमि सुधार, समतलीकरण तथा जल संरक्षण के लिए भूमि सेना परियोजना को लागू किया। इस परियोजना के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार देकर उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ना था। धरातल पर हालात काफी बदहाल हैं। परियोजना में सम्मिलित ग्राम के लोगों को भूमि सैनिक बनाना था, यदि उक्त गांव में भूमि सैनिक न मिले तो उक्त ग्राम से 8 किमी की परिधि में भूमि सैनिक की टोली तैयार करके एक टोली नायक के नेतृत्व में उक्त परियोजना को पूर्ण कराने का स्पष्ट निर्देश है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को भूमि सेना में शामिल नहीं करना था। ब्लाक चकरनगर क्षेत्र के ददरा गांव में कराए गए कार्य में कंचौसी, दिबियापुर औरैया के भूमि सैनिक दर्शाए गए। इसी ब्लाक के ¨सडौस, ललूपुरा, बिड़ौरी, मेंहदीपुर सहित अन्य कई ग्रामों में बाहरी भूमि सैनिकों से कार्य कराया गया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2014-15 में करीब एक करोड़ रुपये भूमि सैनिकों की मजदूरी की भुगतान राशि उनके बैंक खातों में डाली गई, काफी संख्या में भूमि सैनिक बाहरी थे।

एटीएम अफसरों के हवाले

भूमि सैनिकों के नाम पर धन हड़पने का अनोखा खेल है। सूत्रों के मुताबिक फर्जीवाड़ा से जुड़े अधिकतर भूमि सैनिक अफसरों से जुड़े हुए हैं। उनके भुगतान का अधिकतर हिस्सा अफसरों के पास ही रहता है, पासबुक भूमि सैनिक के पास होती है जबकि एटीएम कार्ड अफसरों के पास जमा रहता है, भुगतान राशि बैंक खातों में प्रेषित होने की जानकारी मिलने के अगले दिन एटीएम से धनराशि निकाल ली जाती है।

मानक के अनुरूप कराया गया काम

भूमि सेना के माध्यम से सभी परियोजनाओं का कार्य मानक के अनुरूप कराकर भूमि सैनिकों को भुगतान किया गया है। जिन लोगों को बाहरी बताया जा रहा है, वे सभी स्थानीय हैं जो अर्से से उक्त ग्रामों में निवास कर रहे हैं।

-सुरेंद्र ¨सह यादव, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी, इकाई सहसों।

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