धरना-प्रदर्शन कर रहे सपा जिलाध्यक्ष सहित 127 गिरफ्तार

जागरण संवाददाता इटावा कृषि कानून के विरोध में समाजवादी पार्टी द्वारा निकाली जा रही कि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Dec 2020 06:39 PM (IST) Updated:Mon, 07 Dec 2020 06:39 PM (IST)
धरना-प्रदर्शन कर रहे सपा जिलाध्यक्ष सहित 127 गिरफ्तार
धरना-प्रदर्शन कर रहे सपा जिलाध्यक्ष सहित 127 गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, इटावा : कृषि कानून के विरोध में समाजवादी पार्टी द्वारा निकाली जा रही किसान यात्रा को प्रशासन ने सोमवार को प्रतिबंधित कर दिया। सपा कार्यकर्ता सिविल लाइंस स्थित पार्टी कार्यालय से बसरेहर तक जा रहे थे। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कुलदीप गुप्ता संटू, सचिन यादव, जिला सचिव केपी सिंह शाक्य, आदित्य गोविद सहित करीब पांच दर्जन सपाइयों को सिविल लाइंस स्थित कार्यालय से बाहर निकलते ही सिटी मजिस्ट्रेट उमेश चंद मिश्रा, एसडीएम सदर सिद्धार्थ व सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह द्वारा पुलिस बल के साथ रोक लिया गया। इस पर सपाइयों ने विरोध जताया और सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। काफी देर तक नारेबाजी व हंगामा चलता रहा। सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी की गिरफ्तारी की घोषणा कर दी। दो बसों में भरकर सपाइयों को पुलिस लाइंस ले जाया गया। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव व पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव यादव को बसरेहर के पास ट्रैक्टर रैली ले जाते हुए समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। कुल 127 कार्यकर्ता गिरफ्तार किये गये जिन्हें शाम को पांच बजे मुचलके पर छोड़ दिया गया।

संवादसूत्र, ऊसराहार : सपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वन पर ताखा में सोमवार को कृषि कानून के विरोध में सपा नेताओं की तैयारियां उस समय धरी रह गईं जब सपा कार्यालय ऊसराहार से थानाध्यक्ष गगन कुमार गौंड़ ने पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर जिला सचिव संग्राम सिंह चौहान, ब्लॉक अध्यक्ष अनुज यादव, सपा नेता शोभाराम प्रजापति, सचिन यादव, जगत किशोर शाक्य को गिरफ्तार कर लिया। सपा कार्यालय के सारे रास्ते बंद सपा के प्रदर्शन को लेकर शहर में सपा कार्यालय सिविल लाइंस जाने वाले सारे रास्ते पुलिस ने बंद कर दिए थे। किसी भी वाहन को उस तरफ नहीं जाने दिया जा रहा था जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने आंबेडकर चौराहा व मैनपुरी फाटक पर बेरीकेडिग लगा दी थी जिसके कारण लोगों को अपने घर में जाने में दिक्कत महसूस हुई। उनकी गिरफ्तारी के काफी देर बाद सड़क को खोला गया। इस सड़क पर कई अस्पताल भी हैं जहां पर मरीजों को पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।

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