सिरसा बदन में हालात बिगड़े, दो महिलाओं की डेंगू से मौत, छह में पुष्टि

गांव सिरसाबदन में डेंगू ने दो दिनों में लगातार दो महिलाओं की जान

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 07:31 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:31 AM (IST)
सिरसा बदन में हालात बिगड़े, दो महिलाओं की डेंगू से मौत, छह में पुष्टि
सिरसा बदन में हालात बिगड़े, दो महिलाओं की डेंगू से मौत, छह में पुष्टि

संवाद सूत्र, मारहरा (एटा): गांव सिरसाबदन में डेंगू ने दो दिनों में लगातार दो महिलाओं की जान ले ली। गांव में बुखार से पीड़ितों की संख्या डेढ़ सैकड़ा पार कर चुकी है। इनमें आधा दर्जन में डेंगू की पुष्टि भी हो चुकी है। इस स्थिति से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। रोगियों की जांच एवं उपचार के लिए विभाग की तीन टीमों ने गांव में डेरा डाल दिया है।

मारहरा के समीपवर्ती गांव सिरसा बदन में मलेरिया, टाइफायड जैसी संक्रामक बीमारियों ने लोगों को जकड़ रखा है। एक-एक परिवार के कई-कई सदस्य बुखार से पीड़ित हैं। डेंगू से पीड़ित रामादेवी (45 वर्ष) पत्नी भरत सिंह की इलाज के दौरान आगरा में मौत हो गई। जबकि सुनीता (35 वर्ष) पत्नी राकेश ने भी इलाज के दौरान अलीगढ़ में दम तोड़ दिया। डेंगू पीड़ित आधा दर्जन लोग अभी भी गांव में मौजूद हैं। गांव में बुखार से पीड़ितों की संख्या ने डेढ़ सैकड़ा का आंकड़ा भी पार कर लिया है। दो मौतों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

जिला मुख्यालय की एक टीम और मिरहची पीएचसी की दो टीमें सिरसा बदन पहुंच गईं। यहां के प्राथमिक विद्यालय में शिविर लगाकर रोगियों की जांच एवं दवा वितरण किया गया। शिविर में रोगियों की भीड़ उमड़ पड़ी। टीम प्रमुख डा. केके गुप्ता ने बताया कि शिविर में बुखार से पीड़ित कुल 170 मरीज देखे गए हैं। इनमें 28 रोगियों के सेंपल डेंगू एलाइजा टेस्ट के लिए संग्रहित किए गए हैं। जबकि 35 रोगियों की स्लाइड के जरिए डेंगू की जांच की गई, जोकि नेगेटिव निकली है। टीम में डा. नेहा, डा. मनोज कुमार, एलटी वीरेंद्र सिंह, यादवेन्द्र सिंह, राधा, आशा लोधी एवं महेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। सीएमओ डा. उमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात की गई है। लोगों का समुचित उपचार किया जा रहा है। गंदगी ने बिगाड़े हालात

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गंदगी ने गांव के हालात बिगाड़ दिए हैं। गलियों में कूड़ा, कचरा के ढेर लगे हैं। तो नालियों में भरी सिल्ट और बरसात का गंदा पानी संक्रमण को और फैला रहे हैं। बावजूद इसके न तो गांव में सफाई कार्य कराए जा रहे हैं और न ही एंटी लार्वा दवाई का छिड़काव कराया जा रहा है। इसे लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। लोग बोले

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संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए शासन द्वारा हर गांव में सफाई और बचाव कार्य के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन सिरसा बदन में इन आदेशों की धज्जियां उड़ रही हैं, न तो सफाई कार्य ही किए जा रहे हैं और न ही एंटी लार्वा आदि का छिड़काव किया जा रहा है।

- जयप्रकाश गांव के हर तीसरे घर में कोई न कोई बुखार से पीड़ित है। कई लोगों में डेंगू की पुष्टि भी हो चुकी है। प्रशासन द्वारा जल्द ही यदि ठोस कदम नहीं उठाए गए तो स्थिति और भी अधिक खतरनाक हो सकती है।

- धनवेश कुमार

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