नाम वही बदल गए किरदार

जागरण संवाददाता,(एटा) मिरहची: सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का हर मंत्र शातिरों के पास हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Aug 2018 10:05 PM (IST) Updated:Sun, 05 Aug 2018 10:05 PM (IST)
नाम वही बदल गए किरदार
नाम वही बदल गए किरदार

जागरण संवाददाता,(एटा) मिरहची: सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का हर मंत्र शातिरों के पास है। प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्रों को शामिल करने के लिए जो किया गया, वह हैरतअंगेज है। नाम तो वही रखे गए, लेकिन किरदार बदलकर अपात्रों को मकान सौंप दिए गए। अपात्र भी ऐसे, जिनके पहले से ही पक्के मकान खड़े थे। जबकि पात्र ऐसे हैं जो कच्चे मकानों में गुजर कर रहे हैं। यह बात तंत्र की संवेदनहीनता को दर्शाती है कि शिकायतों के बावजूद इस भ्रष्टाचार के खेल को रोकने की जहमत नहीं की गई। बल्कि शिकायती पत्रों को ही दबा दिया गया।

मारहरा क्षेत्र की ग्राम पंचायत रसूलपुर गढ़ौली में परिस्थितियों के मारे और बेहद गरीबी से घिरे दो परिवार सरकारी योजनाओं के आकर्षण और उनमें भ्रष्टाचार के बीच सुबक रहे हैं। विधवा महिलाओं के दोनों ही परिवार झोंपड़ीनुमा कच्चे घरों में गुजारा करते हैं। प्रधानमंत्री ने दिखाया तो उनकी आंखों ने भी अपने घर का सपना देखा। जब पात्रता सूची में नाम आया तो उम्मीदें बहुत बढ़ गईं। लगा अब तो सिर पर पक्की छत आ ही जाएगी। लेकिन प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव ने जो कारनामा किया, उससे उनके सपने और उम्मीदें चकनाचूर हो गईं। गांव की किरन देवी पत्नी स्व. बेनीराम और रेशमा देवी पत्नी स्व. मोहर ¨सह का आरोप है कि उनके नाम स्वीकृत आवासों का पैसा किरन देवी पत्नी केहरी ¨सह और रेशमा पत्नी गेंदालाल को दे दिया गया। इन लोगों के पहले से ही पक्के मकान हैं। जिन्होंने पशुओं के घेर पर निर्माण करा लिया। जानकारी होने पर विधवा महिलाओं ने बीडीओ से लेकर सीडीओ और डीएम तक को शिकायती पत्र दिए। लेकिन उन पर कोई कार्रवाई तो न हुई, बल्कि उनका निर्माण और जल्दी करा दिया गया। दोनों का आरोप यह भी है कि इस काम के लिए प्रधान नरायनी देवी एवं ग्राम विकास अधिकारी अर¨वद कुमार ने अपात्रों से रिश्वत के रूप में खासी रकम भी वसूली। बहरहाल पात्र महिलाएं इस मामले को आगे ले जाने का तैयार हैं। उनका कहना है कि शासन और मुख्यमंत्री के यहां शिकायत कर अपने आवास और दोषियों को सजा दिलाने की मांग करेंगी।

chat bot
आपका साथी