टीकाकरण से दूरी बनाई तो होगी परेशानी

शिक्षा विभाग से मांगा गया कर्मचारियों के टीकाकरण का विवरण पहले ही विभाग वेतन अवरुद्ध करने की दे चुका चेतावनी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 06:22 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 06:22 AM (IST)
टीकाकरण से दूरी बनाई तो होगी परेशानी
टीकाकरण से दूरी बनाई तो होगी परेशानी

जासं, एटा: कोरोना के बचाव के लिए टीकाकरण न कराना शिक्षा विभाग के शिक्षक कर्मचारियों के लिए परेशानी बन सकता है। शासन द्वारा बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग से जिले में कुल शिक्षक कर्मचारियों के सापेक्ष अब तक टीकाकरण की स्थिति का ब्यौरा मांगा है।

कोरोना संक्रमण के मध्य शासन द्वारा पहले ही शिक्षा विभाग के सभी शिक्षक कर्मचारियों का शत फीसद टीकाकरण कराने पर जोर देता रहा है। स्वास्थ्य विभाग में भी पिछले महीने तमाम स्कूलों तथा विभागीय कार्यालयों में टीकाकरण केंद्र इसी उद्देश्य से बनाए ताकि कोई शिक्षक कर्मचारी वंचित न रहे। खास बात तो यह है कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक कर्मचारी ही नहीं बल्कि निजी स्कूलों के भी स्टाफ का पूर्ण टीकाकरण कराया जाना सुनिश्चित करने के लिए कई बार फरमान जारी किए गए। जिले में बेसिक शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षक कर्मचारियों की संख्या भी 25000 से अधिक की है।

शासन की मंशा के अनुरूप शिक्षा विभाग में कोरोना का टीकाकरण किस स्तर पर पहुंच चुका है इसी को जानने के लिए शासन ने दोनों ही विभागों से निर्धारित प्रारूप पर तत्काल सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। स्पष्ट है कि सूचना मांगे जाने के पीछे अब तक टीकाकरण न कराने वाले शिक्षक कर्मचारियों पर शिकंजा भी कसा जा सकता है।

जिला विद्यालय निरीक्षक मिथिलेश कुमार ने सभी माध्यमिक स्कूलों से निर्धारित प्रारूप पर टीकाकरण संबंधी सूचना उपलब्ध कराने को कहा है तथा निजी स्कूलों को भी चेताया है कि उन्होंने लापरवाही की तो मुश्किल होगी। उधर, बेसिक शिक्षा में भी टीकाकरण को लेकर सूचनाएं मांगे जाने के बाद वंचित शिक्षक कर्मचारी भी टीकाकरण का मन बनाने लगे हैं। 53 केंद्रों पर 5524 के लगे टीके:

सोमवार को एक बार फिर वैक्सीन प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई। जिलेभर में 53 टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगाई गई। इस 4487 लोगों ने पहला टीका लगवाया। वही 1037 द्वारा दूसरा टीका लगवा कर खुद को सुरक्षित किया। इस तरह 5524 वैक्सीन डोज का लाभ दिया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राम सिंह ने बताया है कि ज्यादा से ज्यादा केंद्रों को संचालित रखने का प्रयास किया जा रहा है। निर्धारित समय पूरा करने पर दूसरी डोज भी प्राथमिकता पर लगाई जा रही है।

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