प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर कर ले रहे सफाईकर्मी

जनपद की ग्राम पंचायत में तैनात सफाईकर्मी अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रहे हैं। इसे लेकर वे प्रधानों के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर पे-रोल (वेतन मांग पत्र) डीपीआरओ कार्यालय में प्रेषित कर रहे हैं। सत्यापन के वक्त इसका खुलासा हुआ। ऐसे सफाई कर्मचारियों को नोटिस थमाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 04:01 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 04:01 AM (IST)
प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर कर ले रहे सफाईकर्मी
प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर कर ले रहे सफाईकर्मी

जागरण संवाददाता, एटा: जनपद की ग्राम पंचायत में तैनात सफाईकर्मी अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रहे हैं। इसे लेकर वे प्रधानों के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर पे-रोल (वेतन मांग पत्र) डीपीआरओ कार्यालय में प्रेषित कर रहे हैं। सत्यापन के वक्त इसका खुलासा हुआ। ऐसे सफाई कर्मचारियों को नोटिस थमाए जा रहे हैं।

ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मचारियों के नहीं पहुंचने की शिकायत पर गंभीर हुए जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने पिछले माह बिना प्रधान के वेतन मांग पत्र के किसी भी सफाईकर्मी का वेतन न निकालने का आदेश दिया था। इस पर जिला पंचायती राज कार्यालय द्वारा सभी सफाई कर्मचारियों से प्रधान से स्वीकृति वेतन मांग पत्र लिए जा रहे हैं, मगर सफाईकर्मी इस आदेश में भी सेंध लगा रहे हैं और वे पंचायत के प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर एवं मुहर लगाकर कार्यालय में पेरौल दे रहे हैं। इस पर एडीपीआरओ की तरफ वेतन मांग पत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है, जिसमें कुछ मांग पत्र पर फर्जी हस्ताक्षर बनाने के मामले सामने आए हैं।

हस्ताक्षर और मुहर को पाए गए गलत, वेतन रोका

जलेसर क्षेत्र की ग्राम पंचायत सरायनीम पर तैनात सफाईकर्मी अरूण कुमार ने प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर और मुहर लगाकर वेतन मांग पत्र जमा किया था, जो सत्यापन के वक्त गलत पाया गया है। वहीं, एडीपीआरओ मनोज कुमार ने बताया कि वेतन मांग पत्र पर फर्जी हस्ताक्षर करने वाले सफाईकर्मी का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही उसे नोटिस भेजकर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जबाव न पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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