सड़कों पर माता काली का रौद्र रूप, बिजली सी चमकी तलवारें

हाथों में दमकतीं तलवारें लेकर राक्षसों का संहार करती हुई माता महाकाली सड़कों पर निकल पड़ी। काली मां के सामने जो भी आया उसे ही उनकी बिजली की तरह चमकती तलवार का सामना करना पड़ा। मां का रौद्र रूप देख लोग सिहर उठे। शहर में कई काली अखाड़ों ने तलवारबाजी की मिसाल पेश की। एटा का यह एतिहासिक काली प्रदर्शन देशभर में मशहूर है जिसे सोमवार की रात लोगों ने साक्षात देखा। काली मां के रौद्र रूप की जगह-जगह आरती उतारी गई तथा पुष्प वर्षा की गई। लोग पैरों पड़ गए और मां ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया। शहर की सड़कें माता महाकाली का अखाड़ा बन गईं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Oct 2019 10:57 PM (IST) Updated:Tue, 08 Oct 2019 06:27 AM (IST)
सड़कों पर माता काली का रौद्र रूप, बिजली सी चमकी तलवारें
सड़कों पर माता काली का रौद्र रूप, बिजली सी चमकी तलवारें

एटा, जागरण संवाददाता: हाथों में दमकतीं तलवारें लेकर राक्षसों का संहार करती हुई माता महाकाली सड़कों पर निकल पड़ी। काली मां के सामने जो भी आया उसे ही उनकी बिजली की तरह चमकती तलवार का सामना करना पड़ा। मां का रौद्र रूप देख लोग सिहर उठे। शहर में कई काली अखाड़ों ने तलवारबाजी की मिसाल पेश की।

एटा का यह एतिहासिक काली प्रदर्शन देशभर में मशहूर है। जिसे सोमवार की रात लोगों ने साक्षात देखा। काली मां के रौद्र रूप की जगह-जगह आरती उतारी गई तथा पुष्प वर्षा की गई। लोग पैरों पड़ गए और मां ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया। शहर की सड़कें माता महाकाली का अखाड़ा बन गईं।

शाम 7.30 बजे से माता महाकाली का प्रदर्शन शहर के रामलीला मैदान से शुरू हुआ। आकर्षक पोशाक में माता महाकाली के स्वरूप सब का मन मोह रहे थे। प्रदर्शन की शुरुआत से पहले मां काली के स्वरूपों की आरती उतारी गई। इस दौरान मां के जयकारे लगाए गए और माहौल गुंजायमान हो उठा। देवी-देवताओं के स्वरूपों की भी पूजा-अर्चना की गई। एक-एक डोला रामलीला मंच पर पहुंचा और वहां प्रदर्शन किया। इस दौरान देखने वालों की खासी भीड़ जुटी रही। इसके बाद काली का शहर भ्रमण शुरू हुआ। काली के स्वरूप तलवारों से राक्षसों का संहार करते चल रहे थे। अचानक भगवान शिव के सीने पर पांव पड़ते ही काली की जय जयकार और तेज होने लगी तथा ढोल नगाड़ों की गूंज भी बढ़ गई। कुछ क्षणों बाद झूमती और रौद्र रूप दर्शाते काली फिर से आगे की ओर चल पड़ी। यह सिलसिला अनवरत रूप से चलता रहा। जीटी रोड के अलावा अन्य मार्गों पर भी माता काली की तलवारें चमकीं। रातभर यह सिलसिला जारी रहा। काली प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए। प्रत्येक काली मंडल के साथ पुलिस बल तैनात किया गया। काली प्रदर्शन से पहले काली अखाड़ों ने शस्त्र पूजन भी किया। काली प्रदर्शन में कृष्णा काली मंडल, स्टूडेंट माता महाकाली मंडल, जय दुर्गे काली मंडल, मां अंबे काली मंडल जैसे प्रमुख अखाड़े शामिल थे। रामलीला मैदान में रामलीला कमेटी के अध्यक्ष शशिवेंद्र पाल सिंह एडवोकेट, महामंत्री उमाशंकर गिरि, कोषाध्यक्ष सत्यप्रकाश गौड़, भाजपा नेता प्रमोद गुप्ता, काली मेला संयोजक दीपांकर सिंह एडवोकेट आदि ने स्वागत किया।

जलेसर में भी नवरात्र के अवसर पर काली महारानी की शोभायात्रा धूमधाम के साथ निकाली गई। इस दौरान शोभायात्रा में विधायक संजीव दिवाकर, पालिकाध्यक्ष विकास मित्तल, दिनेश बंसल, विनय बंसल, कैलाश मित्तल, विकास गुप्ता, पुलकित गुप्ता, मनोज गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, संजय अग्रवाल, रामगोपाल वाष्र्णेय, कुशल गोयल, संजय वाष्र्णेय, अंशुल बंसल, आकाश गुप्ता, सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद थे। इसके अलावा निधौलीकलां में भी काली माता ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। काली मंडलों ने आकर्षक करतब दिखाए।

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