बर्ड फ्लू: चिता में डूबे पोल्ट्री फार्म संचालक

खतरे की आशंका से नहीं उबर पा रहा कारोबार 20 से 50 फीसद तक मांग और दरों में है कमी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 06:34 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 06:34 AM (IST)
बर्ड फ्लू: चिता में डूबे पोल्ट्री फार्म संचालक
बर्ड फ्लू: चिता में डूबे पोल्ट्री फार्म संचालक

जासं, एटा: बर्ड फ्लू की आशंका के बीच पोल्ट्री के कारोबार पर असर पड़ा है। कारोबारियों की बेचैनी दिन व दिन बढ़ रही है।

जिले में छोटे-बड़े सब मिलाकर 42 पोल्ट्री फार्म संचालित हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इनमें डेढ़ लाख से अधिक पक्षी हैं। सर्दियों का मौसम इस कारोबार के बेहद मुफीद होता है, लेकिन इस बार हालात उलट हैं। मांग बढ़ने के बजाए घटकर आधी तक पहुंच गई है। पिछले महीने तक फार्माें से मुर्गा 95-100 रुपये में आसानी से बिक रहा था। अब कम मांग के चलते 80 से लेकर 60 रुपये तक में बेचना पड़ रहा है। कारोबारियों के मुताबिक बर्ड फ्लू की खबरों के बीच लोगों ने पोल्ट्री उत्पादों की खरीदारी बेहद कम कर दी है। फुटकर की मांग कम होने से काफी फर्क पड़ा है। इसके चलते रेट कम करके उत्पाद बेचने पड़ रहे हैं। उनका कहना है कि 1500 मुर्गों की प्रत्येक खेप में 30 से 50 हजार रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ रहा है। बर्ड फ्लू का कोई मामला यहां नहीं मिला है, लेकिन जबसे खबरें आई हैं, दरें 50 फीसद तक कम हो गई हैं। हर खेप में हजारों रुपयों का घाटा उठाना पड़ रहा है।

- जय सिंह, मोहनपुर पिछले महीने तक जो मांग थी, अब 20 से 30 फीसद तक कमी आई है। रेट में भी अंतर आया है। जल्द हालात सामान्य न हुए तो कारोबार में नुकसान और बढ़ सकता है।

- ताहिर हुसैन, नगला शीश

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