मन्नत पूरी हुई तो जरीना भी करने लगी छठ पूजा

दो बेटियां होने के बाद बेटे की चाहत में आठ वर्ष पूर्व जरीना ने छठ माता के स्थान पर जाकर पुत्र के लिए मन्नत मांगी। छठ मइया ने उसकी फरियाद सुन ली और उसी साल उसे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इसके बाद छठ पूजा के प्रति आस्था जगी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 11:44 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 11:44 PM (IST)
मन्नत पूरी हुई तो जरीना भी करने लगी छठ पूजा
मन्नत पूरी हुई तो जरीना भी करने लगी छठ पूजा

देवरिया : दो बेटियां होने के बाद बेटे की चाहत में आठ वर्ष पूर्व जरीना ने छठ माता के स्थान पर जाकर पुत्र के लिए मन्नत मांगी। छठ मइया ने उसकी फरियाद सुन ली और उसी साल उसे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इसके बाद छठ पूजा के प्रति आस्था जगी।

ग्राम जमुआ में मंगलवार को नियाज अहमद के घर भी छठ माता की पूजा हुई। नियाज की बेटी जरीना निर्जला व्रत रहकर नदावर घाट स्थित गंडक नदी पर डूबते सूर्य को अ‌र्घ्य दी। पूरा परिवार इस पूजा में शामिल हुआ। जरीना की शादी बिहार के सीवान जिले के परोहरिया गांव में अब्दुल रहीम के साथ हुई। शादी के बाद उसने दो बेटियों को जन्म दिया। जरीना तीन साल पूर्व मायके आई और पड़ोस की महिलाओं के साथ नदावर स्थित छठ स्थान पर गई। वहां उसने छठ माता से मन्नत मांगी कि यदि उसे पुत्र हुआ तो वह हर साल छठ व्रत के साथ कोसी भी भरेगी। मां की कृपा से जरीना को पुत्र प्राप्ति हुई। जरीना ने दो साल पहले छठ व्रत करना शुरू किया। इस साल भी वह छठ पूजा के लिए ससुराल से मायके आई। जरीना ने बताया कि उसकी मां भी छठ पूजा करती थी, तभी से वह छठ माता के प्रति आस्थावान हुई। आज मां की कृपा से उसे पु़त्र की प्राप्त हुई है, जब तक माता शक्ति देंगी तब तक उनकी पूजा करूंगी। ¨हदू परिवार की महिलाओं के साथ छठ गीत गाने तथा दूसरे दिन उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देकर उपवास तोड़ती हूं।

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