Flood In Deoria: सरयू खतरे के निशान से 1.40 मीटर ऊपर, बरहज नगर में घुसा बाढ़ का पानी
Flood In Deoria बरहज में सरयू नदी खतरे के निशान से 1.40 मीटर ऊपर बह रही है। ऐसे में बाढ़ की विभीषिका से लोगों में दहशत का माहौल है। विशुनपुर देवार का रामनरेश टोला पानी से घिर गया है। बाढ़ के पानी से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
देवरिया, जागरण संवाददाता। देवरिया जिले में सरयू, राप्ती समेत अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.40 मीटर मीटर ऊपर बह रही है। बरहज के पटेल नगर में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसके अलावा विशुनपुर देवार के 12 टोले पानी से घिर गए हैं। रुद्रपुर के इलाक में गोर्रा का जलस्तर बढने से खतरे के निशान करीब है। जिससे तटवर्ती लोगों की नींद उड़ गई है। प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए नाव का इंतजाम किया है। उधर बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है। निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है।
विशुनपुर देवार का रामनरेश टोला भी बाढ़ के पानी से घिर गया है। बरहज नगर के पटेल नगर के कुछ हिस्से में सरयू नदी के बाढ़ का पानी पहुंचने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। बाढ़ का पानी बरहज घाट से नुरूल्लाहपुर को जाने वाले बंधे से टकरा रहा है।
बरहज संवाददाता के अनुसार बुधवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.90 मीटर पर बह रही है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.40 मीटर ऊपर है। जल स्तर में 20 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। जलस्तर बढ़ने के शुरुआती दो दिनों तक 50 सेंटीमीटर और मंगलवार, बुधवार को 20 सेंटीमीटर से जलस्तर की वृद्धि हुई । परसिया देवार का दसरसरसिया टोला,पांडेय टोला चारों तरफ से,भरटोला घिरा है। विशुनपुर देवार का रामनरेश का टोला,नई हरिजन बस्ती, पश्चिम टोला किशुन टोला स्कुलहिया टोला, कन्हैया टोला, चौहान बस्ती, लोहार टोला, पुराना हरिजन बस्ती, बांके टोला, जरलहवा टोला, हरिजन बस्ती, रामनरेश टोला सरयू नदी के बाढ़ के पानी घिरे हैं।
पानी में डूबी किसानों की किस्मत
बरहज तहसील क्षेत्र में राप्ती नदी व सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों में दहशत है। महेन,वि नोवापुरी,कुबाईच, नौका टोला,बेलड़ाडं, कपरवार बांगर में बाढ़ का पानी बढ़ने से किसान के खेतों में लगी फसल जलमग्न हो गई है। जिसमें बजड़ा, मक्का, अरहर,तिल की फ़सल डूब गई है। जिसको लेकर किसानों के माथे पर चिंता झलक रही है। तटवर्ती क्षेत्रों के किनारे स्थित मकान में पानी बढ़ने से ग्रामीणों का कहना है कि घरों में सांप, बिच्छू का कहीं भी घुसे रहते है जिससे घरों में सोने या रहने पर कभी भी इन जहरीले जीवों से जान का खतरा है।
राप्ती और गोर्रा बढ़ता जलस्तर एक बार फिर तबाही मचाने की ओर बढ़
दोआबा में राप्ती और गोर्रा बढ़ता जलस्तर एक बार फिर तबाही मचाने की ओर बढ़ रहा हैं। नदियों का बढ़ता जलस्तर कभी भी खतरे का निशान पार कर सकता है ।
गोर्रा खतरे के निशान से महज 35 सेंमी और राप्ती 75 सेंमी रह गया है। अगर गोरखपुर की तरफ से नदियों में पानी आने की गति नहीं थमी, तो जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हो सकती है । अगले 24 घंटे काफी अहम हैं अगर जलस्तर कम नहीं हुआ तो नदियों के खतरे का निशान पार करने के बाद बंधो से रिसाव शुरु हो जाएगा। बुधवार की शाम गेज स्थल भेड़ी के समीप राप्ती 69.75 मीटर और गोर्रा 70.15 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। मंगलवार की शाम राप्ती गेज प्वाइंट पर 69.60 मीटर और गोर्रा 70.00 पर प्रवाहित हो रही थी।