दूसरे दिन भी जारी रहा अधिवक्ताओं का आंदोलन

आल इंडिया बार कौंसिल के आह्वान पर जनपद के सभी अधिवक्ता संगठन मंगलवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। अधिवक्ताओं के आंदोलन के चलते जेल से आए बंदियों को बिना सुनवाई के वापस लौटना पड़ा, वहीं वादकारी भी परेशान नजर आए। हड़ताल के चलते राजस्व का नुकसान भी हुआ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Feb 2019 11:38 PM (IST) Updated:Tue, 12 Feb 2019 11:38 PM (IST)
दूसरे दिन भी जारी रहा अधिवक्ताओं का आंदोलन
दूसरे दिन भी जारी रहा अधिवक्ताओं का आंदोलन

देवरिया : आल इंडिया बार कौंसिल के आह्वान पर जनपद के सभी अधिवक्ता संगठन मंगलवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। अधिवक्ताओं के आंदोलन के चलते जेल से आए बंदियों को बिना सुनवाई के वापस लौटना पड़ा, वहीं वादकारी भी परेशान नजर आए। हड़ताल के चलते राजस्व का नुकसान भी हुआ।

डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ¨सहासन गिरि, कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बृजबांके तिवारी, दी सेंट्रल बार के अध्यक्ष रामनगीना यादव, जिला ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार मिश्र की अध्यक्षता में बैठक कर आंदोलन को गति देने का कार्य किया। आठ सूत्रीय मांगों में जूनियर अधिवक्ता को प्रति माह दस हजार रुपये स्टाइपेंड व वरिष्ठ अधिवक्ताओं को पेंशन दिए जाने की मांग प्रमुख है। उधर बरहज तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ता बार काउंसिल आफ इंडिया के समर्थन में प्रदर्शन किया। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी संजीव यादव को दिया। अधिवक्ता तहसील परिसर में मांगों को लेकर बार काउंसिल आफ इंडिया के समर्थन में नारेबाजी की। इस दौरान अध्यक्ष चंद्रभूषण यादव, प्रेम नारायण मणि त्रिपाठी, महामंत्री रणजीत मिश्र, विजय बहादुर शर्मा, वीरेंद्र यादव, संतोष ¨सह, नागेंद्र ¨सह, श्रवण कुमार ¨सह, उदयराज चौरसिया प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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