शहर में तारों का मकड़जाल, आपूर्ति बदहाल

By Edited By: Publish:Fri, 22 Aug 2014 10:17 PM (IST) Updated:Fri, 22 Aug 2014 10:17 PM (IST)
शहर में तारों का मकड़जाल, आपूर्ति बदहाल

देवरिया : शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था जर्जर पोल व तारों के सहारे है। वहीं शहर के कई मुहल्ले ऐसे हैं, जहां पोल नहीं है। आलम यह है कि एबीसी केबल न लगने से कटिया कनेक्शन वालों की चांदी है। वे हर माह विभाग का लाखों रुपये का नुकसान कर रहे हैं।

जागरण टीम ने शुक्रवार को शहर के भटवलिया दक्षिणी वार्ड का दौरा किया तो कुछ अलग ही तस्वीर उभर कर आई। सलेमपुर रोड से वार्ड में प्रवेश करते ही शुरू में कई कटिया कनेक्शन एक की मकान के पास लगे हुए हैं। जब टीम आगे बढ़ी तो सच्चिदानंद शाही के मकान के सामने पोल पर तारों का मकड़जाल इस कदर था कि कौन वैध और कौन अवैध कनेक्शन है, जहां इससे राजस्व की क्षति हो रही है। वहीं लाइन लास भी हो रहा है। इसके बाद टीम कुछ आगे बढ़ी। इस क्षेत्र में पोल कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे थे। लोग दो से चार सौ मीटर केबल से घरों में कनेक्शन से बिजली जला रहे हैं। वहीं आरपी तिवारी के घर के पूरब भी पोल नहीं है, इसके बावजूद लोग कनेक्शन लिए हैं। चंद्रभान गुप्ता के पूरब तरह दीक्षित की मकान है, जहां पर बल्ली लगाकर तार खींचा गया है। वह भी तार जमीन से कुछ ऊपर ही है। ये तार दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। यहीं हाल सविता विश्वकर्मा के मकान के पास भी है, जबकि इनके परिवार के लोग बिजली विभाग में कार्यरत हैं। अनिरुद्ध तिवारी के पास लगे पोल पर डीपी बाक्स खुला हुआ था। उसमें बेतरतीब कनेक्शन किए गए थे, जबकि एक डीपी बाक्स में एक दर्जन से अधिक कनेक्शन का प्रावधान नहीं है।

''अवैध कटिया कनेक्शन के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। जिन मुहल्लों में एबीसी केबल नही हैं। उन मुहल्लों में एक-एक कर तार बदलकर आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। जहां पोल नहीं हैं। वहां पर पोल और तार लगाए जाएंगे।''

एके सिंह

अधिशासी अभियंता

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