मोहन सेतु ठेकेदार से बनवाने का विरोध
देवरिया : अधिवक्ताओ की बैठक शनिवार को दीवानी न्यायालय में संघ के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चंद्र राव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बरहज में घाघरा नदी पर बनने वाले मोहन सेतु को ठेकेदार से टेंडर लेकर बनवाने की कवायद का विरोध किया।
श्री राव ने कहा कि सरकार ने पता नहीं किस दिमागी उपज को आधार मान इतने बड़े पुल को ठेकेदार से बनवाने का निर्णय लिया है। यह जगजाहिर है कि ठेकेदार द्वारा बनवाई गई सड़कों व भवनों की दशा कैसी है? उप्र सेतु निगम अपने ही देश में नहीं, बल्कि विश्व के अनेक जगहों पर पुल बनाने का काम किया है। आज भी सेतु निगम की गुणवत्ता कुछ गड़बड़ी के बावजूद ठीक है। उन्होंने कहा कि मोहन सेतु लंबा है और बनने के बाद वाहनों व लोगों की जान को खतरा न हो, यह सुनिश्चित करना सरकार का काम है। अध्यक्ष सिंहासन गिरि ने कहा कि पुल के निर्माण में सेतु निगम के अलावा ठेकेदार से बनवाने पर कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर सचिव संजय सिंह, काजी मो.आमीर, अरविंद साहनी, धनंजय राव, राधेश्याम पाठक, अनिल कुमार सिंह, कामेश्वर सिंह, सुशील कुमार यादव, आनंद राय, सुबाष मिश्र, राजेंद्र सिंह, नीतेंद्र नाथ त्रिपाठी, श्रीनिवास मिश्र, उदय सिंह, परीक्षित साहनी, अब्दुल, बृजेंद्र तिवारी, राजेश शुक्ला, राजेश मिश्र आदि उपस्थित रहे।