क्षय रोग उन्मूलन में निजी अस्पताल नहीं कर रहे मदद

जागरण संवाददाता वनगावां (चंदौली) क्षय रोग के इलाज को शासन भले ही गंभीर है लेकिन निजी अस्प

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 08:27 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 09:22 PM (IST)
क्षय रोग उन्मूलन में निजी अस्पताल नहीं कर रहे मदद
क्षय रोग उन्मूलन में निजी अस्पताल नहीं कर रहे मदद

जागरण संवाददाता, वनगावां (चंदौली) : क्षय रोग के इलाज को शासन भले ही गंभीर है लेकिन निजी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की मदद नहीं कर रहे। इससे विभाग को क्षय रोगियों की जानकारी नहीं हो पा रही। ऐसे में पोषण की राशि भेजने में परेशानी उठानी पड़ ही रही, इस रोग के उन्मूलन पर अब सवाल खड़ा होने लगा है। हालांकि विभाग सरकारी स्तर पर इसके लिए अभियान चलाकर रोगियों को चिह्नित कर रहा है। दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय क्षय रोग (टीबी) उन्मूलन को समय-समय पर अभियान चलाकर सक्रिय रोगियों की खोज करवाता है। इनका दवा व इलाज मुफ्त में सरकारी अस्पतालों में हो रहा। इसके लिए निजी अस्पतालों को सहयोग करने को कहा गया। सीएमओ कार्यालय से सभी निजी अस्पतालों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं लेकिन, निजी अस्पताल इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। जनपद में तकरीबन डेढ़ हजार लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं जिनका इलाज किया जा रहा। अभी सैकड़ों की संख्या में मरीज हैं, जो घूम रहे हैं। उन्हें पता ही नहीं है कि उन्हें यह बीमारी है। ऐसा इसलिए कि वह बीमार होते हैं और सामान्य तौर पर दवा खाने से उन्हें आराम हो जाता, फिर शांत होकर बैठ जाते हैं लेकिन, रोग की जांच नहीं कराते हैं। इससे रोग का स्थायी निदान नहीं हो पाता। पूर्व में क्षय रोगियों को खोजने के लिए चले सक्रिय अभियान में 150 मरीज खोजे गए। इनके अलावा एमडीआर ( मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट) के मरीज भी हैं। इन मरीजों के घर जाकर टीबी कर्मी दवा इलाज करते हैं। चालू माह में चलाए गए सक्रिय रोगी खोज अभियान में भी मरीज मिले हैं। ------------------------------------------------------ वर्जन निजी चिकित्सालयों को जिस तरह सहयोग करना चाहिए, वे नहीं कर रहे हैं। इससे परेशानी हो रही है। फिर भी क्षय रोग उन्मूलन के लिए विभाग पूरा प्रयास कर रहा है कि मरीज अधिक से अधिक खोजे जाएं। टीबी की जांच व इलाज निश्शुल्क है। - डाक्टर हरिश्चंद्रा, चिकित्सा अधीक्षक।

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