गोवंश आश्रय स्थलों में उगाई जाएगी घास, होगा पौधारोपण

= समीक्षा = सीडीओ ने सर्दी के मौसम में आश्रय स्थल में बेहतर इंतजाम का दिया निर्देश - जाड़े को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 08:29 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 08:29 PM (IST)
गोवंश आश्रय स्थलों में उगाई जाएगी घास, होगा पौधारोपण
गोवंश आश्रय स्थलों में उगाई जाएगी घास, होगा पौधारोपण

= समीक्षा

= सीडीओ ने सर्दी के मौसम में आश्रय स्थल में बेहतर इंतजाम का दिया निर्देश

- जाड़े को लेकर आश्रय स्थलों में तैयारी की ली जानकारी

- बेजुबानों की मौत व दु‌र्व्यवस्था पर कार्रवाई की चेतावनी

जागरण संवाददाता, चंदौली : गोवंश आश्रय स्थलों की भूमि पर हरी घास उगाई जाएगी और पौधारोपण कराया जाएगा। सीडीओ की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में इसको लेकर रणनीति बनी। उन्होंने जाड़े से बचाव के लिए आश्रय स्थलों में तैयारी की समीक्षा की। साथ ही बेजुबानों की मौत व दु‌र्व्यवस्था पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।

उन्होंने कहा, वृहद गो संरक्षण केंद्र व अस्थाई आश्रय स्थलों में पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। इस जमीन पर छायादार वृक्षों के पौधे लगाए जाने चाहिए। पाकड, खिरनी, पीपल, बरगद, मोलश्री, जामुन आदि के पौधे रोपित कराए जाएं। वहीं हरी घास भी उगाई जाए। इससे पशुओं के लिए चारे की कमी नहीं होगी। बोले, मनरेगा के जरिए कई किस्म की घास उगाई जा सकती है। सर्दियों के मौसम में आश्रय स्थलों में पशुओं को चारे की कमी नहीं होनी चाहिए। पहले ही भूसा की व्यवस्था कर ली जाए। बीडीओ को निर्देशित किया कि तिरपाल, छप्पर आदि की व्यवस्था कराई जाए। ताकि रात में पशुओं को खुले में न रहना पड़े। उन्होंने फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर अधिकारियों को जागरूक करने पर जोर दिया। कहा, ग्रामीणों, किसानों को जागरूक किया जाए। पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे जानकारी दी जाए। साथ ही फसल अवशेष को सड़ाने वाले फायदे के बारे में भी बताया जाए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एसपी पांडेय, एएसपी प्रेमचंद, कृषि उपनिदेशक राजीव भारती समेत अन्य मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी