नौगढ़ में बनेगी एक अरब की पेयजल योजना

जागरण संवाददाता, चंदौली : तमाम समस्याओं से जूझ रहे नौगढ़ के लोगों का पेयजल का सपना अब जल्द साकार होग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 May 2017 08:32 PM (IST) Updated:Wed, 24 May 2017 08:32 PM (IST)
नौगढ़ में बनेगी एक अरब की पेयजल योजना
नौगढ़ में बनेगी एक अरब की पेयजल योजना

जागरण संवाददाता, चंदौली : तमाम समस्याओं से जूझ रहे नौगढ़ के लोगों का पेयजल का सपना अब जल्द साकार होगा। न केवल उनके घर तक पानी पहुंचेगा बल्कि अन्य कार्य भी प्राथमिकता पर होंगे। जल निगम विभाग ने एक अरब की नौगढ़ पुनर्गठन पेयजल योजना का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। सबकुछ ठीक ठाक रहा तो इस सत्र से योजना पर काम शुरू हो जाएगा। 67 गांवों की यह योजना भैसौड़ा बांध के पानी पर आधारित होगी।

योजना के तहत भैंसौड़ा बांध का पानी पक्की नाली के माध्यम से भेड़ा फार्म तक लाया जाएगा। यहां पक्का बड़ा तालाब बनेगा। तालाब के पास ही वाटर ट्रीटमैंट प्लांट तैयार होगा। इसमें पानी स्वच्छ करने के बाद पंप के जरिए उसे ओवरहैड टैंक में स्टोर किया जाएगा। चूंकि 67 गांवों में आपूर्ति करनी है इसलिए एक ओवरहैंड टैंक पर्याप्त नहीं है। इसलिए छह-सात गांवों पर या सात से 10 किमी पर आठ रिजर्व वाटर टैंक (तालाबनुमा) के साथ ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे। इन टैंकों में भेड़ाफार्म से स्वच्छ हुआ पानी पक्की नाली के माध्यम जाएगा, वहां पानी का स्टोर होने के बाद पुन: पंप के माध्यम से ओवरहैड टैंक भरा जाएगा और पाइप लाइन के जरिए पेयजलापूर्ति होगी। भारी भरकम इस पेयजल योजना का कंट्रोल भेड़ा फार्म से ही होगा। जिन आठ स्थानों पर रिजर्व वायर टैंक बनेंगे उनमें हरेक की क्षमता 11 मिलियन लीटर पानी की है। इन ओवरहैड टैंकों से 67 गांवों में बिछाई गई पाइप लाइन के जरिए पानी की आपूर्ति होगी। इस योजना में 100 करोड़ रुपये लागत आ रही है। वैसे सरकार में बैठे नुमाइंदे इस योजना को हरी झंडी मिलने का संकेत दे चुके है। यदि योजना मंजूर हुई तो पूर्वांचल में पेयजल की यह सबसे बड़ी और एक नई परियोजना होगी।

नहीं लिया जाएगा जमीन का पानी

गर्मी की शुरूआत में ही नौगढ़ क्षेत्र में पेयजल की समस्या शुरू हो जाती है। ऐसा भी नहीं है कि यहां हैंडपंप या पेयजल के साधन न हो। व्यापक स्तर पर यहां हैंडपंप लगे हैं वहीं कूप भी खोदे गए हैं। इसके बाद भी गर्मी में ये किसी काम के नहीं रहते। यहां का भूमिगत जल स्तर इतना तेजी से भागता है कि एक-एक घंटे में जल स्तर घटता है। यही कारण है कि अप्रैल माह में ही हैंडपंप पानी देना बंद कर देते हैं। पर नौगढ़ पुनर्गठन पेयजल योजना के आ जाने के बाद हैंडपंप या अन्य पेयजल योजनाओं पर ब्रेक लग जाएगा।

क्या कहते हैं अधिकारी

जल निगम के अधिशासी अभियंता राजेश गुप्ता ने कहा शासन को यह प्रस्ताव भेजा गया है। योजना की मंजूरी के लिए शासन से भी हरी झंडी मिलने के संकेत मिल रहे हैं। इस योजना के लांच होने से नौगढ़ क्षेत्र पेयजल समस्या से मुक्त हो जाएगा।

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