सिमटी संख्या, घटे इक्कीस हजार परीक्षार्थी

मुगलसराय (चंदौली) : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा तिथि 16 फरवरी की घोषणा होते ही विभागीय

By Edited By: Publish:Thu, 08 Dec 2016 08:48 PM (IST) Updated:Thu, 08 Dec 2016 08:48 PM (IST)
सिमटी संख्या, घटे इक्कीस हजार परीक्षार्थी

मुगलसराय (चंदौली) : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा तिथि 16 फरवरी की घोषणा होते ही विभागीय स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। जनवरी के दूसरे सप्ताह में प्रायोगिक परीक्षाएं होंगी। इस बार जनपद में 71 हजार 69 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। हालांकि यह संख्या पिछले साल की तुलना में 21 हजार कम है। परीक्षा केंद्र का निर्धारण हो चुका है। जनपद में कुल 107 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन परीक्षा केंद्रों पर अन्य औपचारिकताएं पूर्ण करने की कवायद शुरू हो गई हैं।

इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में 39 हजार 196 और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 31 हजार 873 परीक्षार्थियों ने आनलाइन परीक्षाफार्म भरा है। आनलाइन परीक्षाफार्म भरने के दौरान इस बार केंद्रीय स्तर पर पिछले कक्षा का रजिस्ट्रेशन संख्या अनिवार्य कर दिया गया था। यही वजह है कि जिनका रजिस्ट्रेशन संख्या नहीं था, वे परीक्षाफार्म नहीं भर सकें। रजिस्ट्रेशन संख्या अनिवार्य नहीं होने की स्थिति में विद्यालयों द्वारा अनुत्तीर्ण छात्रों का भी फार्म भरवा दिया जाता था। यह सब इस बार नहीं हो सका। विभागीय स्तर पर माना जाए तो विद्यालयों में गंभीरता से पढ़ाई हुई है और कोर्स पूरा कर लिया गया है।

इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मालती राय ने बताया कि परीक्षा की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। केंद्रों का निर्धारण पहले ही हो गया है। इस बार जिन छात्रों के पास पिछले क्लास का रजिस्ट्रेशन संख्या था, वे ही परीक्षाफार्म भर सकें और वे ही परीक्षा दे भी पाएंगे। प्रायोगिक परीक्षा कराने के लिए योजना बननी शुरू हो रही है। जनवरी में ये परीक्षाएं होंगी। कहा कि इस ठंड में भी पठन पाठन दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया है। विद्यालयवार कोर्स पूरा कराने के लिए इस बार मानीट¨रग भी कराई गई थी।उधर विभाग का दावा है कि मानकों को पूरा करने वाले विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। हालांकि पठन-पाठन की स्थिति संतोषजनक नहीं कही जा सकती। क्योंकि कई राजकीय इंटर कालेजों में विभिन्न विषयों के शिक्षकों की कमी बीते वर्षों की भांति यथावत बनी हुई है। ऐसे में विद्यार्थी माडल पेपर और टयूटोरियल के सहारे ही अपनी नैया पार करने की जुगत लगा रहे हैं। इसके लिए 107 परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया है। बाकायदा विद्यालयों से इस सबंध में आपत्तियां भी प्राप्त की गई हैं। वहीं बालिकाओं की संख्या को देखते हुए दो नए विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है।

-मानक का रखा गया ध्यान

विभाग की मानें तो जिन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। मानक के अनुसार उनकी मान्यता कम से कम तीन वर्ष पुरानी है और दो बार बोर्ड परीक्षा में शामिल रह चुके हैं। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में कक्षों की संख्या, धारण क्षमता, चहारदीवारी, गेट, फर्नीचर की संख्या, आवागमन के लिए मार्ग, शौचालय, विद्युत आदि की व्यवस्था का ध्यान रखा गया है।

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