कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे वालंटियर

कोरोना महामारी से बचाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब वालंटियर रखेगा। शहर से देहात तक 21 से 30 वर्ष तक की आयु के वालंटियर बनाए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने निर्देश जारी दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 11:16 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 06:06 AM (IST)
कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे वालंटियर
कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे वालंटियर

बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना महामारी से बचाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब वालंटियर रखेगा। शहर से देहात तक 21 से 30 वर्ष तक की आयु के वालंटियर बनाए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने निर्देश जारी दिए हैं। वालंटियर को प्रत्येक दिन तीन से चार घंटे काम करना होगा।

कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार शिक्षित वालंटियर तैनात करने की योजनाएं बना रही है। वालंटियर्स चुने जाने में एनएसएस के स्वयंसेवक, नेहरू युवा केन्द्र के सदस्य, महिला मंडल दल, और रेडक्रास वालंटियर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। स्नातक और परास्नातक डिग्री धारकों को ही जिम्मेदारी दी जाएगी। एक गांव और शहर के एक वार्ड पर एक महिला और एक पुरुष को वालंटियर बनाया जाएगा। तीन माह तक कोरोना महामारी में सेवा देने के बाद स्वास्थ्य विभाग वालंटियर्स को प्रमाणपत्र दिया जाएगा। इस पर करें रजिस्ट्रेशन

डीजीएमएचयूपी डॉट गवर्मेट डॉट इन स्लेस ईएन स्लेस वालंटियर (अंग्रेजी में ही) पर आवेदन किया जाएगा। ये करेंगे काम

कोरोना की रोकथाम के लिए जागरुकता लाने, सूचना देने, शिक्षा और संचार की गतिविधि को संचालित करेंगे। बुजुर्गों और बीमारों को परामर्श देंगे। होम क्वारंटाइन की जानकारी देने, मानसिक, सामाजिक संबल के लिए परामर्श देंगे। साथ ही आशा, आंगनबाड़ी, निगरानी समिति सदस्यों के साथ स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाएंगे। इन्होंने कहा

महामारी के प्रति जागरूकता के लिए वालंटियर्स रखने की योजना है। पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया जाएगा। फिलहाल इन्हें कोई मानदेय नहीं मिलेगा। हो सकता है बाद में आंगनबाड़ी की तरह सरकार मानदेय पर रखा जाए।

-डा. नरेश अग्रवाल, एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी

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