राजस्व वसूली में उप संभागीय परिवहन विभाग प्रथम स्थान पर

गाजियाबाद रीजन में राजस्व वसूली में उप-संभागीय परिवहन विभाग को एआरटीओ ने जिले को प्रथम स्थान दिलाया है। जबकि गौतमबुद्धनगर दूसरे स्थान पर रहा है। प्रति वर्ष 110 करोड़ लक्ष्य के सापेक्ष सितंबर माह तक 21.36 तक विभाग राजस्व वसूली कर चुका है। वहीं लक्ष्य के मामले दूसरे रीजन में आ रहे मेरठ को भी बुलंदशहर ने पीछे छोड़ दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 10:22 PM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 10:22 PM (IST)
राजस्व वसूली में उप संभागीय परिवहन विभाग प्रथम स्थान पर
राजस्व वसूली में उप संभागीय परिवहन विभाग प्रथम स्थान पर

बुलंदशहर, जेएनएन। गाजियाबाद रीजन में राजस्व वसूली में उप-संभागीय परिवहन विभाग को एआरटीओ ने जिले को प्रथम स्थान दिलाया है। जबकि गौतमबुद्धनगर दूसरे स्थान पर रहा है। प्रति वर्ष 110 करोड़ लक्ष्य के सापेक्ष सितंबर माह तक 21.36 तक विभाग राजस्व वसूली कर चुका है। वहीं लक्ष्य के मामले दूसरे रीजन में आ रहे मेरठ को भी बुलंदशहर ने पीछे छोड़ दिया है।

बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर गाजियाबाद रीजन में आते हैं। बुलंदशहर का प्रतिमाह राजस्व वसूली का लक्ष्य 9 करोड़ रुपये रहता है। साल की बात करें तो 110 करोड़ रूपये का लक्ष्य है। इसमें मार्च से कोविड-19 के कारण वाहनों की बिक्री, रजिस्ट्रेशन समेत तमाम वाहनों संबंधित कार्य प्रभावित होने लगे थे। अप्रैल-मई माह में पूरी तरह बंदी रही, लेकिन फिर भी एआरटीओ प्रशासन मोहम्मद कय्यूम ने हर संभव प्रयास कर सितंबर माह में राजस्व को बढ़ा दिया है। लक्ष्य के सापेक्ष 7.70 राजस्व वसूलकर जिले को प्रथम स्थान दिलाया है। प्रतिवर्ष लक्ष्य के सापेक्ष 21.36 प्रतिशत वसूली हुई है। जबिक दूसरे नंबर पर गौतमबुद्धनगर ने 508.32 करोड़ के सापेक्ष 19.77 प्रतिशत वसूले हैं। तीसरे स्थान पर रहे हापुड़ जिले ने 58.05 करोड़ लक्ष्य के सापेक्ष 19.36 प्रतिशत वसूली की है। चौथे स्थान पर गाजियाबाद रहा है। यहां 482.65 करोड़ के सापेक्ष 18.69 प्रतिशत वसूले हैं। एआरटीओ ने बताया कि डीएम के निर्देश पर राजस्व को वसूलने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। प्रयास है कि जो स्थिति अब है वह आगे तक रहेगी।

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