होमआइसोलेट मरीजों की जाएं मानिटरिग

जेएनएन बुलंदशहर डीएम रविन्द्र कुमार ने कैंप कार्यालय पर संक्रमण की रोकथाम व बचाव को किए जा रहे प्रयासों की अफसरों के साथ समीक्षा की। जिसमें वैक्सीनेशन अभियान तेजी के साथ चलाने के निर्देश दिए। की रोकथाम व बचाव को ि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 11:51 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 11:51 PM (IST)
होमआइसोलेट मरीजों की जाएं मानिटरिग
होमआइसोलेट मरीजों की जाएं मानिटरिग

जेएनएन, बुलंदशहर : डीएम रविन्द्र कुमार ने कैंप कार्यालय पर संक्रमण की रोकथाम व बचाव को किए जा रहे प्रयासों की अफसरों के साथ समीक्षा की। जिसमें वैक्सीनेशन अभियान तेजी के साथ चलाने के निर्देश दिए।

डीएम ने जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम व बचाव को किए जा रहे प्रयासों के संबंध में विस्तृत रूप से समीक्षा करते हुए अफसरों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जनपद में कोविड अस्पतालों में समुचित स्वास्थ्य व्यवस्थाएं कराने के भी निर्देश नहीं दिए। संक्रमण की रोकथाम के लिए सैंपलिग कार्य को तेजी से कराने, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की टीम द्वारा स्वास्थ्य मानिटरिग करते हुए मेडिकल किट उपलब्ध कराने, कांटेक्ट ट्रेसिग सहित कार्यो को तेजी से कराने के निर्देश दिए। 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के वैक्सिनेशन कार्यों की समीक्षा करते हुए अभियान को तेजी के साथ कराने के निर्देश दिए। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराते हुए कोविड के नियमों का पालन कराया जाए। कोविड नियमों का उल्लंघन करने एवं बिना मास्क के घूमने वाले लोगों के विरुद्ध जुर्माना वसूलने के साथ कार्यवाही के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर सीएमओ समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

थैलेसीमिया पीड़ित को दवा के लिए कराया एक घंटा इंतजार

जेएनएन, बुलंदशहर:

थैलेसीमिया पीड़ितों के उपचार के लिए सरकार ने अलग से बजट जारी कर रखा है लेकिन जिला अस्पताल का स्टाफ पीड़ितों को दवा देने में आनाकानी करने लगा है। मंगलवार को थैलेसीमिया पीड़ित भतीजी की दवा लेने के अस्पताल पहुंचे दिव्यांग चाचा को व्यवस्था की बेरूखी झेलनी पड़ी। डाक्टर ने दवा लिख दी तो फार्मासिस्ट ने दवा देने से इंकार कर दिया लेकिन करीब एक घंटे तक परेशान किया और फिर दवा दी गई। पीड़ित ने मुख्यमंत्री से शिकायत कर दी है।

आल इंडिया थैलेसीमिया मिशन के संयोजक एवं दौलतगढ़ निवासी थैलेसीमिया पीडिता शिवानी के पिता मनवीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को बेटी की दवा खत्म हो गई थी। दवा लेने के लिए दिव्यांग भाई को जिला अस्पताल भेजा था। चिकित्सक ने दवा तो लिख दी लेकिन जब दवा लेने के लिए फार्मासिस्ट के पास स्टोर पर पहुंचे तो दवा नहीं है बोल कर मना कर दिया। इसके बाद वह वापिस चिकित्सक के पास पहुंचा और फोन से सीएमएस से बात की लेकिन करीब सवा घंटे तक इंतजार कराने के बाद दवा दी गई। मनसीर सिंह ने इस मामले में मुख्यमंत्री से शिकायत की है। उधर सीएमएस डा. राजीव प्रसाद ने बताया कि, अस्पताल में पर्याप्त दवा है और दवा के लिए किसी को भटकना पड़ा, यह जानकारी में नहीं है।

chat bot
आपका साथी