क्वारंटाइन का खौफ बढ़ा न दे संक्रमण

कोरोना महामारी की रफ्तार रोकने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी मुस्तैदी से जुटी है। सभी सरकारी दफ्तरों के बाहर सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनर लेकर कर्मचारी बैठा रहता है। स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड एंटीजन किट से जांच के लिए कई स्थान चिह्नित करने के साथ एम्बुलेंस भी लगा रखी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 11:01 PM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 11:01 PM (IST)
क्वारंटाइन का खौफ बढ़ा न दे संक्रमण
क्वारंटाइन का खौफ बढ़ा न दे संक्रमण

बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना महामारी की रफ्तार रोकने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी मुस्तैदी से जुटी है। सभी सरकारी दफ्तरों के बाहर सैनिटाइजर और थर्मल स्कैनर लेकर कर्मचारी बैठा रहता है। स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड एंटीजन किट से जांच के लिए कई स्थान चिह्नित करने के साथ एम्बुलेंस भी लगा रखी है, लेकिन लोगों की लापरवाही संक्रमण को बढ़ा रही है। नगर पालिका, कलक्ट्रेट, सीएमओ दफ्तर के साथ कचहरी में आने वाले लोग थर्मल स्कैनर और रैपिड एंटीजन किट की जांच से बच रहे हैं।

हेल्प डेस्क पर नहीं आ रहे लोग

कलक्ट्रेट में कोरोना हेल्प डेस्क बनी है, ताकि लोग यहां सलाह ले सकें और दिक्कत बता सकें। दिनभर में हजारों लोग कलक्ट्रेट आते हैं, लेकिन हेल्प डेस्क तक गिनती के बीस व्यक्ति भी नहीं पहुंचते हैं। लोगों का दर्द

कई लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि क्वारंटाइन सेंटर की बदहाली की खबरें रोज अखबारों में आती हैं, कीड़े युक्त रोटी और दाल खाकर तो और बीमार हो जाएंगे। क्वारंटाइन होकर आए लोगों से जानकारी मिली है कि बिजली जाने पर जनरेटर भी नहीं चलता है। बुखार भी होगा तो घर पर ही काढ़ा, गर्म पानी और पैरासिटामोल ले लेंगे। अस्पताल में भी यही दिया जा रहा है। इन्होंने कहा..

जांच न कराने की कुछ शिकायतें आई हैं। कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि मना करने वाले व्यक्ति की जांच सबसे पहले करनी है। लोग सहयोग करेंगे तभी कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकता है।

- डा. रोहताश यादव, जिला सर्विलांस अधिकारी

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